PATNA : दानापुर नगर परिषद के उपसभापति और जेडीयू नेता दीपक मेहता की हत्या के बाद पटना पुलिस मुंह छिपाते फिर रही है. पटना के एसएसपी घटना के 20 घंटे बाद भी मौके पर नहीं पहुंचे. हालांकि उनकी तरफ से एक एसआईटी का गठन जरूर किया गया है. एसआईटी ने कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की है. पुलिस सूत्र बताते हैं कि एक लाइनर को भी हिरासत में लिया गया है. लेकिन दीपक मेहता की हत्या से जुड़ी जो शुरुआती जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक सुपारी किलरों के जरिए दीपक को निशाना बनाया.
दीपक की हत्या की साजिश होली के दिन ही रची जा चुकी थी. शुरुआती तहकीकात में यह बात भी सामने आई है कि लगभग हफ्ते भर पहले एक शूटर दीपक के दफ्तर भी गया था उसने घटना को अंजाम देने के पहले रेकी की थी. दीपक हत्याकांड में जो महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आ रहे हैं उसके मुताबिक सोमवार की रात दीपक जब तकियापर स्थित एक पार्टी से लौटे थे शूटर और लाइनर वहीं से उनका पीछा कर रहे थे.
पार्टी में ही दीपक को यह सूचना आई थी कि हाईवा के जरिए बालू पहुंच चुका है. वह पार्टी से नासरीगंज घर के लिए निकले. तकियापर ही शूटर और लाइनर ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया और दीपक जब घर पहुंच कर बालू उतरवाने के लिए मोबाइल पर किसी से बात कर रहे थे, इसी दौरान उन पर एक के बाद एक सात गोलियां दाग दी गई.
सूत्र बताते हैं कि बाइक पर सवार तीन शूटर्स ने अपना चेहरा ढक रखा था. दो शूटर मास्क लगाए हुए थे जबकि एक ने गमछा लपेटा हुआ था जबकि एक स्कूटी पर दो लाइनर वहां मौजूद थे. यह सभी दीघा की तरफ से तकिया पर होते हुए नासरीगंज पहुंचे थे. लाइनर घटना के वक्त दूर खड़ा था. एक शूटर बाइक स्टार्ट कर घटनास्थल से थोड़ी दूर पर बाकी साथियों का इंतजार कर रहा था.
घटना को अंजाम देने के बाद सभी शूटर दीघा की ओर निकल भागे. इस दौरान उन्होंने फायरिंग भी की. दीपक को निशाना बनाने के पहले एक शूटर हफ्ते भर पहले उनके ऑफिस में आया था. पुलिस इन तमाम तार को जोड़ रही है. पुलिस ने लगभग इस इलाके के 40 सीसीटीवी कैमरे का फुटेज खंगाले है. इसी के आधार पर लगभग आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है.