दरभंगा में महिला थानेदार को दो घंटे तक ग्रामीणों ने बनाया बंधक, कॉलर पकड़कर की बदसलूकी, चौकीदार की भी पिटाई

दरभंगा में महिला थानेदार को दो घंटे तक ग्रामीणों ने बनाया बंधक, कॉलर पकड़कर की बदसलूकी, चौकीदार की भी पिटाई

DARBHANGA: शराब बरामदगी की सूचना पर पहुंची फेकला थाना पुलिस की थानाध्यक्ष तृषा सहनी काे करीब दो घंटे तक ग्रामीणाें का आक्रोश का सामना करना पड़ा। इस दाैरान ग्रामीणों ने पुलिस कर्मियाें के साथ धक्कामुक्की की। इस दौरान एक महिला ने थानाध्यक्ष काे काॅलर पकड़ लिया और चौकीदार विष्णुदेव यादव के साथ मारपीट की। सूचना मिलने के बाद बहादुरपुर, पतोर, सोनकी थाना की पुलिस बल मौके पर पहुंच कर आक्रोशित ग्रामीणों को शांत किया।


बिहार के दरभंगा जिले के फेकला थाना क्षेत्र के गोढिया गांव में रविवार की रात करीब 10 बजे पंचायत की मुखिया अनवरी खातून के प्रतिनिधि माे. गुड्डू के नेतृत्व में ग्रामीणों ने अरुण मुखिया, पवन मुखिया, थाने के चौकीदार विष्णुदेव यादव, गंगा राम मुखिया, कैलाश मुखिया, रंजीत मुखिया व उमाशंकर मुखिया के घर धावा बाेला और 600 लीटर से अधिक देसी शराब, 50 खाली बाेतल, 30 लीटर का एक खाली गैलन व 50 लीटर का एक खाली गैलन बरामद किया। जिसके बाद इस घटना की जानकारी पुलिस की दी गयी।कई थाने की पुलिस मौके पर पहुंची जिसके बाद मामले को शांत कराया गया। 


मुखिया प्रतिनिधि माे गुड्डू ने बताया कि इस गांव में पिछले कई महीनों से देसी चुल्हाई शराब के निर्माण एवं बिक्री की धंधा चल रहा था। दर्जनों ग्रामीणों ने इस पर राेकथाम के लिए कई बार थानाध्यक्ष तृषा सहनी को सूचना दी। बावजूद काेई कार्रवाई नहीं की गई।कार्रवाई नहीं हाेते देख 18 जून काे ग्रामीणों ने बैठक कर निर्णय लिया कि अब इस गांव में कोई भी देसी शराब या विदेशी शराब का निर्माण या बिक्री नही करेगा। 


यदि कोई शराब बनाने व बिक्री करते पकड़ा जाएगा ताे उसे एक लाख रुपए का आर्थिक दंड एवं शारीरिक दंड भी दिया जाएगा। जिसके बाद भी शराब तस्करों का धंधा जारी रहा। लाेगाें काे आरोप है कि स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से शराब का निर्माण व बिक्री हाे रही थी। लाेगाें का आरोप है कि गांव में 20 से अधिक लोगों के घराें में अवैध रूप से देसी शराब निर्माण एवं बिक्री हाेती है। लेकिन कारवाई के बदले हमेशा आश्वासन मिला। इस मामले में एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जल्ला रेड्डी ने कहा कि पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए सदर एसडीपीओ अमित कुमार को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जांच प्रतिवेदन के आधार पर दोषियों के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।