दरभंगा में फर्जी दारोगा बाइक और मोबाइल लेकर फरार, बिहार पुलिस की वर्दी पहन कर रहा था वाहन जांच

दरभंगा में फर्जी दारोगा बाइक और मोबाइल लेकर फरार, बिहार पुलिस की वर्दी पहन कर रहा था वाहन जांच

DARBHANGA: बिहार के दरभंगा जिले में यदि आप बाइक से कहीं जा रहें हैं तो सावधान हो जाएं। कब कहां आपको फर्जी दारोगा भेट हो जाएगा और वाहन चेकिंग के नाम पर आपसे पैसे तो ऐठेंगा ही साथ ही बाइक भी लेकर रफ्फूचक्कर हो जाएगा। आजकल वर्दी में फर्जी दारोगा घूम रहे हैं जो वाहन जांच के नाम पर अवैध वसूली कर रहे हैं। 


गाड़ी रुकवा कर कागजातों की जांच करता है। गाड़ी का पेपर नहीं रहने पर बाइक सवार को थाने चलने की बात कहता है। जिसके बाद खुद गाड़ी लेकर फरार हो जाता है। ऐसा ही एक मामला विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के बाघ मोड़ के पास सामने आया है। जहां घटना के बाद सदर एसडीपीओ के निर्देश पर पीड़ित युवक के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है। इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे के आधार पर फर्जी पुलिस की तलाश की जा रही है।


दरअसल, बुलेट बाइक से दो लोग जा रहे थे। बाघ मोड़ पहुंचते ही पुलिस की वर्दी में फर्जी दारोगा ने बुलेट पर सवार अमर कुमार यादव और केशव यादव की गाड़ी को रोका और गाड़ी की चाबी निकालकर पेपर की मांग करने लगा। जब चालक ने इंश्योरेंस का पेपर दिया तो फर्जी दारोगा RC मांगने लगा।


बगल में घर होने के कारण अमर यादव RC लाने घर चला गया। इस बीच फर्जी दारोगा ने केशव का मोबाइल ले लिया और थाना चलने की बात कही। दारोगा की डर से वो गाड़ी के पीछे बैठ गया। फर्जी दारोगा उदय पासवान उसे यूनिवसिर्टी थाना ले जाने के लिए निकला था लेकिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गया और दवा लाने के नाम पर बुलेट और मोबाईल लेकर फरार हो गया।


वही घटना के संबंध में सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया कि यूनिवर्सिटी थाना अंतर्गत बाघ मोड़ के पास बुलेट पर सवार होकर दो युवक से जा रहा था। एक डबल स्टार वाले पुलिसकर्मी के वेश में एक व्यक्ति जिसने यूनिफॉर्म पर उदय पासवान नाम का नाम प्लेट लगा रखा था। वह चेकिंग के नाम पर बाइक को रोक कर और थाने लाने के क्रम में इनकम टैक्स चौराहे पर रोक कर दवाई खरीदने की बात कह कर बुलेट लेकर चला गया है। सीसीटीवी के आधार पर फर्जी दारोगा की पहचान की जा रही है। 


जल्द ही फर्जी पुलिस कर्मी सलाखों के पीछे होगा यह दावा एसडीपीओ अमित कुमार का है। अमित कुमार ने बताया कि इस पूरे क्रम में वह व्यक्ति हेलमेट लगाकर रखा है। वही उन्होंने बताया कि वह फर्जी व्यक्ति पीड़ित को यह कहकर बुलेट लेकर फरार हुआ कि उसे 112 नंबर की गाड़ी ले जाएगी और उसे बाइक को वह थाने ले जा रहा है। इसके बाद वह मोटरसाइकिल को लेकर फरार हो जाता है। वही उन्होंने बताया कि उस थाना में उदय पासवान नाम का कोई व्यक्ति कार्यरत नहीं है। अभी तक यही प्रतीत हो रहा है कि वह फर्जी पुलिस कर्मी के वेश में इस घटना को अंजाम दिया है। 


लेकिन बड़ी बात तो यह है कि कैसे कोई पुलिस की वर्दी में इस कांड को अंजाम दे दिया और असली पुलिस को भी इसकी जानकारी नहीं हुई। अब तक तो फर्जी पुलिस कई और लोगों को अपना शिकार बना चुका होगा। यदि समय रहते इसे सलाखों के पीछे नहीं पहुंचाया गया तो यह इसी तरह पुलिस की वर्दी को दागदार करता रहेगा।