JNVST 2026 कक्षा 9वीं और 11वीं प्रवेश: आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ी, अब इस डेट तक करें रजिस्ट्रेशन; जानिए क्या है एग्जाम पैटर्न Bihar Election 2025: प्रशांत किशोर की पार्टी के उम्मीदवार के काफिले पर पथराव, स्कॉर्पियो का शीशा टूटा; साजिश के आरोप Bihar Election 2025: प्रशांत किशोर की पार्टी के उम्मीदवार के काफिले पर पथराव, स्कॉर्पियो का शीशा टूटा; साजिश के आरोप Bihar Assembly Election : महागठबंधन की फ्रेंडली फाइट वाली सीटों का क्या होगा? लालू से मिलने के बाद बोले गहलोत - 5-10 सीटों पर कोई बड़ी बात नहीं Bihar Election : वोटिंग से पहले ही महागठबंधन का एक और विकेट गिरा, इस विधानसभा सीट के प्रत्याशी का नामांकन रद्द; अब छोटी पार्टी से होगा NDA का टक्कर PM Modi Bihar Visit: कर्पूरीग्राम से पीएम मोदी करेंगे बिहार में चुनावी शंखनाद, प्रधानमंत्री की जनसभा को लेकर NDA ने झोंकी ताकत Chhath Puja : दिल्ली में भव्य छठ महापर्व की तैयारी, मुख्यमंत्री बोलीं – जितनी भव्य दिवाली रही उतनी ही दिव्य होगी छठ पूजा, फूलों की बारिश और चाय-पानी का इंतजाम Bihar Election 2025: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय का तीखा हमला, तेजस्वी यादव को बताया लुटेरा Bihar Election 2025: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय का तीखा हमला, तेजस्वी यादव को बताया लुटेरा Bihar Road Accident: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसा, खड़े ट्रक में तेज रफ्तार पिकअप वैन ने मारी टक्कर, तीन लोगों की मौत
1st Bihar Published by: PRASHANT KUMAR Updated Wed, 29 Jul 2020 07:43:42 PM IST
- फ़ोटो
DARBHANGA: कोरोना को लेकर राज्य सरकार सूबे में मरीजों की बेहतर चिकित्सा व्यवस्था का लाख दावा कर ले. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती हैं. wउत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के कोरोना वार्ड के रूम नं-15 में ऑक्सीजन के अभाव में एक मरीज ने दम तोड़ दिया. इसके बावजूद अस्पताल का कोई कर्मी उसे देखने तक नहीं आया. वहीं, इस घटना ने डीएमसीएच प्रशासन की बदतर चिकित्सा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है.
मधुबनी जिले के मधेपुर गांव के रहने वाले ओम प्रकाश गुप्ता कोरोना वायरस से संक्रमित होकर डीएमसीएच के कोरोना वार्ड में भर्ती थे. मृतक के बेटे दीपक कुमार ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपने पिता को सोमवार की रात करीब आठ बजे इलाज के लिए भर्ती कराया. उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. जिसको लेकर उन्हें छोटे सिलेंडर के जरिये ऑक्सीजन लगाया गया. इसके बाद वहां से सभी कर्मी बाहर निकल गये और यह भी नहीं देखा कि मरीज तक ऑक्सीजन पहुंच रहा है कि नहीं मिल रहा है.
कोई देखने तक नहीं आया
मृतक के बेटे दीपक कुमार ने कहा कि ऑक्सीजन लगाने के बावजूद मरीज की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ. बल्कि उसकी स्थिति धीरे- धीरे और बिगड़ने लगी. लेकिन पूरी रात कोई झांकने तक नहीं आया और मरीजों को उसके हाल पर छोड़ दिया गया. उन्होंने संभावना व्यक्त कि छोटा ऑक्सीजन का सिलेंडर खाली था. जिसकी वजह से सुबह होते-होते उसकी स्थिति और नाजुक हो गयी और मंगलवार को करीब 11 बजे वह बेड से नीचे गिर गए. इसी दौरान उनकी मौत हो गई. लेकिन अस्पताल का कोई भी कर्मी उन्हे देखने तक नहीं आया. वहीं, मृतक के बेटे ने कहा कि वे दरभंगा और मधुबनी के डीएम से इस लापरवाही की लिखित शिकायत करेंगे.