दहेज में कार और पलंग नहीं मिला तो ससुरालवालों ने घर से निकाला, ससुराल के दहलीज पर माता-पिता के साथ धरना पर बैठी पीड़िता

दहेज में कार और पलंग नहीं मिला तो ससुरालवालों ने घर से निकाला, ससुराल के दहलीज पर माता-पिता के साथ धरना पर बैठी पीड़िता

NAWADA: दहेज प्रथा पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने कड़े कानून बनाए हैं इसके बावजूद दहेजलोभी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला बिहार के नवादा जिले में सामने आया है जहां दहेज में फोर व्हीलर और पलंग नहीं मिलने पर ससुरालवालों ने एक नवविवाहिता को घर से बाहर कर दिया। मांग पूरी नहीं होने पर पत्नी ने भी बात करना बंद कर दिया। अब पीड़िता अपने माता-पिता के साथ ससुराल के दहलीज पर भूखे प्यासे बैठी है। पीड़िता पुलिस से न्याय की गुहार लगा रही है।


नवादा में दहेज के लिए एक नवविवाहिता को प्रताड़ित किया गया और घर से निकाल दिया गया। मामला नगर थाना क्षेत्र के गढ़पर मोहल्ले की है। बताया जाता है कि पीड़िता काजल वर्णवाल की शादी अवि राजन के साथ 7 जुलाई 2021 को हुई थी। दो महीने तक दोनों साथ रहे लेकिन तीज पर्व करने के लिए काजल मायके चली आई। मायके में रहने से पति अवि राजन गुस्सा हो गया। बात इतनी बढ़ गयी कि अब पति उसे रखना नहीं चाहता। काजल का पति दिल्ली मेट्रो में काम करता है। 


शादी के बाद से ही और दहेज की मांग पति और ससुरालवालों की ओर से की जाने लगी। दहेज के तौर पर कार और पलंग मायके वालों से मांगने की बात काजल से की जाती थी। जिसका वह विरोध किया करती थी। कागज कहती थी कि पापा ने जमीन बेचकर उसकी शादी कराई है। अब उनके पास पैसे नहीं है कि वो फोर व्हीलर खरीदकर दें। लेकिन इतना कहे जाने पर भी लगातार कार और अन्य सामान की मांग की जा रही है। मांग पूरी नहीं होने पर अब उसे घर से भी निकाल दिया गया है। पीड़िता अपने मॉ-पापा के साथ ससुराल की दहलीज पर बैठकर न्याय की मांग कर रही है। 


पीड़िता ने बताया कि 7 जुलाई 2021 को शादी हुई और सितंबर 2021 में उसे ससुरालवालों ने घर से बाहर कर दिया। इसे लेकर अपने समाज में बैठक भी की गयी लेकिन नतीजा कुछ भी निकलकर सामने नहीं आया। भूखे प्यासे ससुराल की चौखट पर बैठे है लेकिन कोई सुनने वाला तक नहीं है।   पीड़िता ने बताया कि पति दिल्ली में नौकरी करते हैं लेकिन दिल्ली उसे नहीं ले जा रहे हैं। छह महीने से तो मेरे मोबाइल नंबर को भी ब्लॉक कर दिया है। जिसके कारण पति से भी बात नहीं हो पा रही है।


 पति कहता है कि पहले कार और पलंग लेकर आना तब साथ रखेंगे। वही पीड़िता के पिता ने बताया कि दामाद बेटी को रखना नहीं चाहता है। ससुरालवाले भी घर से बेटी को बाहर कर दिए हैं। दामाद कहता है कि दिल्ली में फ्लैट नहीं लिए है तो कहां रहेंगे। वह पलंग और फोर व्हीलर की मांग करते थे। 


पिता अरविंद कुमार वर्णवाल कहते हैं कि जमीन बेचकर बेटी की नौकरी वाले लड़के से शादी करायी कि वह उसे अच्छे से रखेगा। लेकिन उन्हें नहीं मालूम था कि ये लोग और दहेज की मांग करेंगे और बेटी को घर से बाहर निकाल देंगे। बेटी के साथ हम लोग भी उसके ससुराल के चौखट पर बैठे हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। 


मेरे पास उतने पैसे नहीं है कि मैं उन्हें फोर व्हीलर दे सकूं। ससुराल में धरना पर बैठी पीड़िता और उसके माता पिता के संबंध में जब पुलिस को जानकारी हुई तो वे मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली। वही पीड़िता अब पुलिस से न्याय की गुहार लगा रही है। फिलहाल महिला पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।