PATNA : पूरी दुनिया में अब तक की सबसे बड़ी महामारी बन गये कोरोना वायरस के कहर के बीच भी मजहबी यानि धार्मिक कट्टरता थम नहीं रही है. बिहार में कल शुक्रवार यानि जुमे की सामूहिक नमाज के लिए कई जगहों पर भारी उपद्रव मचाया गया. सरकार ने पूरे देश में सामूहिक पूजा और नमाज पर रोक लगा दिया गया है. लेकिन कुछ लोगों मानने को तैयार नहीं है.
बिहार में शुक्रवार की सामूहिक नमाज के लिए कई जगहों पर भारी उपद्रव मचाया गया. भभुआ में हर हाल में सामूहिक नमाज पढने पर आमदा लोगों ने जमकर पत्थरबाजी की. वहीं मधुबनी में क्वारंटाइन किये लोग भी सामूहिक नमाज के लिए एकत्र हुए. उन्होंने मस्जिद के बाहर महिलाओं को लाठी और मिर्च पाउडर लेकर खड़ा कर दिया.
भभुआ में सामूहिक नमाज के लिए पत्थरबाजी
भभुआ के मोहनिया थाने के अहिनौरा गांव में कल जुमे की नमाज के नाम पर भारी उपद्रव हुआ. दरअसल शुक्रवार के दिन में ही लोग अहिनौरा मस्जिद में सामूहिक नमाज के लिए पहुंचे थे. बगल के कुछ लोगों ने विरोध किया जिसके बाद पुलिस भी वहां पहुंची. मोहनिया थानाध्यक्ष उदयभानु सिंह ने नमाज पढने आये लोगों को समझा कर वापस भेजा. लेकिन शाम में फिर से लोग मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए जुट गये. स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया. इसके बाद नमाज पढ़ने आये लोगों ने पत्थरबाजी करना शुरू कर दिया.
मोहनिया के डीएसपी रघुनाथ सिंह ने कहा कि दोनों पक्षों से पथराव की शिकायत मिली है. पुलिस पथराव करने वालों की पहचान करने में लगी है. ऐसे लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
सिवान में सामूहिक नमाज के लिए इमाम पर केस
उधर सिवान में सरकारी आदेश को तोड़कर मस्जिद में जुमे की सामूहिक नमाज पढ़ी गयी. मामले में मस्जिद के इमाम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. जिला प्रशासन की ओर से नियुक्ति मजिस्ट्रेट मनीष कुमार ने मीडिया को बताया कि उन्हें महाराजगंज के सिकटिया पंचायत की खानपुरा मस्जिद में सामूहिक नमाज होने की जानकारी मिली थी. इसके बाद जब वे वहां पहुंचे तो 40-50 लोगों को नमाज के लिए एक जगह मौजूद पाया. मजिस्ट्रेट मनीष कुमार के आवेदन पर पुलिस ने मस्जिद के इमाम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
मधुबनी में फिर मजहबी कट्टरता की हद
मधुबनी के अंधराठाढ़ी प्रखंड के हरना गांव में सामूहिक नमाज अदा करने के लिए महिलाओं मस्जिद के बाहर खड़ा किया गया. ग्रामीणों ने मीडिया को बताया कि प्रशासन ने तब्लीगी जमात के जिन 11 लोगों को क्वारंटाइन के लिए भेजा था वे भी इस नमाज में शऱीक हुए. ग्रामीणों ने बताया कि नमाज के दौरान पुरूष मस्जिद के अंदर थे. मस्जिद के बाहर महिलाओं को खड़ा किया गया था. उनके हाथों में लाठी और लाल मिर्च पाउडर था. ताकि पुलिस आये तो उससे निपटा जा सके.
हालांकि पुलिस ने सामूहिक नमाज की खबर से इंकार किया है. अंधराठाढ़ी थानेदार और डीएसपी ने कहा कि उन्हें ऐसी कोई खबर नहीं है. वहीं स्थानीय सीओ विष्णुदेव सिंह ने कहा कि उन्हें सामूहिक नमाज की खबर मिली है. वे मस्जिद के मौलवी से मामले की जानकारी लेंगे.
गौरतलब है कि मधुबनी के ही गीदड़गंज गांव में एक मस्जिद में तब्लीगी जमात के लोगों के छिपे होने की खबर के बाद पहुंची पुलिस पर जमकर पथराव किया गया था. पुलिस पर गोलियां भी चलायी गयी थी.