Bihar Crime News: खिड़की से घुसे तीन बदमाश, BA छात्रा की गला रेतकर कर दी हत्या Bihar Politics: 'थेथर में महाथेथर और पतित में भी महापतित हैं तेजस्वी'... गिरिराज सिंह के बिगड़े बोल BIHAR POLITICS : महागठबंधन में सीट बंटवारे से पहले मुकेश सहनी ने इस सीट पर ठोका दावा,कहा - हम हर मौसम में रहते हैं एक्टिव Priyanka Gandhi Rally: सीमांचल में फेल होगा मोदी का प्लान! पूर्णिया में प्रियंका की हुंकार; NDA के दावों की खुलेगी पोल Bihar Land Survey : बिहार भूमि सर्वें में लागू हुई नई व्यवस्था, अब बिना ज़मीन पेपर भी मिलेगा मालिकाना हक Bihar News: मखाना बोर्ड का गठन कर इन वोटरों को साध रहे मोदी, सीमांचल को लेकर NDA का ख़ास प्लान BIHAR ELECTION : बिहार चुनाव को लेकर एक्टिव हुए अमित शाह, इन नेताओं संग बैठक कर बनाएंगे ख़ास रणनीति; तेजस्वी को लेकर भी तैयार हुआ प्लान Bihar News: भीषण सड़क हादसे में 2 की मौत, 4 की हालत नाज़ुक NITISH KUMAR : विश्वकर्मा जयंती पर CM नीतीश ने इन लोगों को दिया बड़ा तोहफा, निर्माण मजदूरों को मिलेंगे 5000 रुपए दुर्गा पूजा से पहले सरकार का बड़ा तोहफा, समय से पहले वेतन-पेंशन और भत्तों का भुगतान
1st Bihar Published by: Updated Mon, 01 Aug 2022 02:43:03 PM IST
- फ़ोटो
DELHI : पिछले दिनों संसद के मानसून सत्र के दौरान हंगामा करने वाले कांग्रेस के चार सांसदों की निलंबन वापस ले लिया गया है। लोकसभा में विपक्ष के साथ सहमति के बाद सस्पेंशन खत्म करने के लिए प्रस्ताव लाया गया था। जिसके बाद लोकसभा से सस्पेंड कांग्रेस सांसदों का निलंबन खत्म हो गया।
बीते 25 जुलाई को लोकसभा स्पीकर ने कांग्रेस के चार सांसदों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया था। स्पीकर ने हंगामा करने वाले कांग्रेस के चार सांसदों को पूरे सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया था। कांग्रेस के इन चार सांसदों पर स्पीकर ने नियम 374 के तहत यह कार्रवाई की थी। संसद के सत्र से निलंबित किए जाने वाले सांसदों में मन्निकम टैगोर, ज्योति मनी, टीएन प्रतापन और राम्या हरिदास शामिल थे। ये सभी सांसद स्पीकर के मना करने के बावजूद लगातार प्लेबोर्ड दिखाकर सदन में विरोध जता रहे थे।
बता दें कि 18 जुलाई को संसद का मानसून सत्र शुरू होने के बाद से ही विपक्षी दल सदन में महंगाई के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग कर रहे थे। विपक्षी सांसदों ने तख्तियां लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सदन में आने और बढ़ती महंगाई, आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी बढ़ाने पर जवाब देने की मांग कर रहे थे। विपक्ष ने स्पीकर की इस कार्रवाई को हिटलरशाही करार दिया था।