CM नीतीश से शिकायत... बीच चौराहे पर पत्नी की इज्जत लूटने की धमकी देता है भू-माफिया, जोर जबरदस्ती करता है, मदद कीजिये सरकार

1st Bihar Published by: Updated Mon, 01 Nov 2021 12:21:06 PM IST

CM नीतीश से शिकायत... बीच चौराहे पर पत्नी की इज्जत लूटने की धमकी देता है भू-माफिया, जोर जबरदस्ती करता है, मदद कीजिये सरकार

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PATNA : नवंबर महीने के पहले सोमवार को जनता दरबार में मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार  पुलिस और जमीन से जुड़े मामले सुन रहे हैं. 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम में युवक की शिकायत से हड़कंप मच गया है. दरअसल सीएम से शिकायत करने पहुंचे एक शख्स ने भू-माफिया के ऊपर संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि वह बीच चौराहे पर पत्नी की इज्जत लूटने की धमकी देता है.


'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम में आज मुख्य रूप से पुलिस और जमीन से जुड़े मामले ज्यादा देखने को  मिल रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शिकायत करने पहुंचे एक शख्स ने कहा कि युवक ने कहा कि भू-माफ‍िया की हरकत का विरोध करने पर वह बीच चौराहे पर पत्‍नी से दुष्‍कर्म करने की धमकी देता है. पीड़ित शख्स ने मुख्यमंत्री से कहा कि "गांव के दबंग भू माफिया ने हमें परेशान कर रखा है. हमारी ही जमीन के लिए वो पैसा मांगता है. हमारी पत्नी जब डीआईजी से शिकायत करने पहुंची तो भू-माफिया ने चौराहे पर इज्जत लूटने की धमकी दी. सर कुछ करिए…" इस पर मुख्यमंत्री ने फरियादी युवक को डीजीपी के पास भेज दिया.


इसी तरह एक युवक ने कहा कि उसकी मां ने पिता की हत्‍या करवा दी, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. एक महिला ने आरोप लगाया कि उसके पति की हत्‍या कर दी गई, लेकिन न तो पुलिस कोई कार्रवाई कर रही है और न ही प्रशासन कोई मुआवजा ही दे रहा है. मुख्‍यमंत्री के सामने पहली शिकायत जमीन विवाद की पहुंची. पहला आवेदन लेकर पहुंचे बुजुर्ग फरियादी सीएम को अपनी परेशानी बताते हुए रो पड़े. 


उन्‍होंने बताया कि उनकी जमीन के विवाद में पुलिस उनके ही बेटे को लेकर चली गई. एक बुजुर्ग ने जेपी सेनानी पेंशन नहीं मिलने की शिकायत लेकर मुख्‍यमंत्री से मिलने पहुंचे. उन्‍होंने बताया कि जेपी आंदोलन के दौरान वे भादवि की धाराओं के तहत जेल गए थे. उन्‍होंने बताया कि 1974 में जेल जाने के बावजूद उन्‍हें जेपी सेनानी पेंशन नहीं मिल रही है. इस पर सीएम ने कहा कि तय मानकों के अनुरूप पाए जाने वाले सभी लोगों को पेंशन दी जा रही है. मुख्‍यमंत्री ने संबंधित अधिकारी को फोन लगाते हुए कहा कि उनके आवेदन पर नियमों के अनुसार विचार किया जाए.