PATNA : कोरोना काल में बिहार को दो नई विकास योजनाओं की सौगात मिलने वाली है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज गोपालगंज और पूर्वी चंपारण को जोड़ने वाले सत्तर घाट पुल का उद्घाटन करेंगे। गंडक नदी पर 263 दशमलव 47 करोड़ की लागत से बने सत्तरघाट पुल का उद्घाटन करने के साथ-साथ मुख्यमंत्री लखीसराय बाईपास का भी शुभारंभ करेंगे। इन दोनों योजनाओं पर राज्य सरकार ने तकरीबन 400 करोड रुपए खर्च किए हैं।
सत्तर घाट पुल के चालू होने से सारण और तिरहुत प्रमंडल के बीच दूरी कम हो जाएगी। 1440 मीटर लंबे इस पुल का निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने किया है। यह पुल गोपालगंज के बैकुंठपुर से पूर्वी चंपारण के चकिया को जोड़ेगा। इससे सीवान, छपरा, गोपालगंज होते हुए एनएच 28 के जरिए उत्तर बिहार के ज्यादातर जिलों तक पहुंचा जा सकेगा। इस पुल का इस्तेमाल कर पटना से मशरख होते हुए रक्सौल की दूरी तय की जा सकेगी। 2012 में इस पुल के निर्माण का काम शुरू हुआ था और अब इसका उद्घाटन होने जा रहा है।
इसके अलावे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लखीसराय की बहुप्रतीक्षित बाईपास सड़क का भी उद्घाटन करेंगे।।बाईपास सड़क के निर्माण में सरकार में 146 करोड़ से ज्यादा की राशि खर्च की है। लखीसराय में लगने वाले जाम की समस्या से अब लोगों को मुक्ति मिल जाएगी। आरओबी का निर्माण होने से अब लोग आसानी से सफर तय कर पाएंगे। लखीसराय बाईपास रोड में दोनो रेलवे लाइन पर आरओबी का निर्माण किया गया है। लखीसराय बाईपास योजना में कुल 6.59 किलोमीटर सड़क और आरोपी का निर्माण कराया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसके अलावा सासाराम शहर में उत्तरी बाईपास रोड के पहले चरण का कार्यारंभ भी करेंगे। इस योजना पर सरकार 122 करोड़ से ज्यादा की राशि खर्च कर रही है जिसमें स्टेट हाईवे 17 और 12 पर व्हीकल अंडर पास के अलावे आरओबी के निर्माण की योजना है।