BHOPAL: सीएम कमलनाथ ने फ्लोर टेस्ट से पहले सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है. वह राज्यपाल को इस्तीफा देने के लिए राजभवन गए. राज्यपाल ने कमलनाथ का इस्तीफा मंजूर कर लिया. कमलनाथ ने इस्तीफा में लिखा कि मध्य प्रदेश में पिछले दो हफ्ते में जो कुछ भी हुआ वह प्रजातांत्रिक मूल्यों के अवमूल्यन का एक नया अध्याय है.
बीजेपी ने की साजिश
इस्तीफा देने से पहले मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी को 15 साल सेवा का मौका मिला, लेकिन मुझे तो 15 माह ही सेवा का मौका मिला. मैंने प्रदेश की सेवा की. लेकिन बीजेपी पहले ही दिन से मेरे खिलाफ साजिश करती रही. बीजेपी ने मेरे 22 विधायकों को कर्नाटक में बंधक बनाए हुए हैं. देश की जनता रोज देख रही है. इसको लेकर बीजेपी ने करोड़ों रुपए खर्च किया है. सिंधिया के साथ मिलकर बीजेपी ने लोकतंत्र की हत्या की है.
अपने कामों को गिनाया
सीएम कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस की सरकार सत्ता में आते ही किसानों की कर्ज माफी करना शुरू कर दिया है. इससे हजारों किसानों को राहत मिली, लेकिन यह बीजेपी को रास नहीं आई. प्रदेश में निरंतर निवेश होता रहा. मैंने प्रदेश के लोगों के लिए कभी झूठा वादा नहीं किया. 15 माह में कोई घोटाला नहीं हुआ. किसी तरह की गड़बड़ी नहीं होने दी. बीजेपी के आगे न हम झुकेंगे न डरेंगे. मुझे बीजेपी का प्रमाण पत्र नहीं चाहिए. मुझे जनता का प्रमाण पत्र पर विश्वास हैं.
मेरे हौसले को तोड़ नहीं सकते
सीएम कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी को लगता है कि वह जीत जाएंगे. वह मेरे हौसले को हराना चाहते हैं, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि वह इसमें कामयाब नहीं होंगे. मेरे हौसले को बीजेपी तोड़ नहीं सकती हैं. 9 मार्च को बीजेपी 16 विधायकों को ले गई. किस जहाज से ले गए, उसका पैसा कौन दिया है इसका जवाब बीजेपी को जनता को देनी चाहिए.