PATNA: केंद्र सरकार ने घरेलू रसोई गैस की कीमतों में 200 रुपये की कटौती की है। पटना में अभी बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत 1201 रुपया है अब 200 रुपया कम होने के बाद यह 901 रुपये में मिलेगा। घरेलू गैस के दाम में 200 रूपये की कमी पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है। जेडीयू नेता ललन सिंह ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि हमलोग पहले से कहते आ रहे है कि जबसे इंडिया गठबंधन बना है तब से केंद्र सरकार हताशा और घबराहट में है। गैस सिलेंडर का दाम 200 रुपये कम करना इसी घबराहट का परिणाम है।
अभी तक केंद्र की मोदी सरकार को यह दिखाई नहीं दे रहा था कि गैस का दाम इतना बढ़ गया। इंडिया गठबंधन के कारण ही उनको परेशानी है। अभी दो सौ रूपये घटा दिये हैं चुनाव के बाद 600 रुपये बढ़ा देंगे। ललन सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी जुमलाबाजी करने के एक्सपर्ट हैं। चुनाव हो जाएगा तब 600 रुपया बढ़ा देंगे।
ललन सिंह ने कहा कि गैस का सब्सिडी खत्म करने के लिए इन्होंने उज्जवला योजना चलाया। इस योजना का पांच प्रतिशत सिलेंडर का भी उपयोग आज गांव में नहीं हो रहा है। दो सौ रूपया घटाने के बाद भी गरीब सिलेंडर कहां से खरीद पाएगा? इंडिया गठबंधन बनने के बाद उनके हताशा का यह परिचायक है। अब उनका कोई नुख्सा और जुमला नहीं चलेगा। लोग भी जान चुके हैं कि यह जुमलेबाजों की सरकार है। चुनाव के पहले वादा और चुनाव के बाद जुमला करते हैं।
ललन सिंह ने आगे कहा कि जनगणना कराईए रोका कौन है। हर 11 साल में देश में जनगणना होता है लेकिन यह शुरू कहां करा रहे हैं। 2011 में जनगणना हुआ था लेकिन इसके बाद नहीं कराया गया। जबकि 2022 में जनगणना होना चाहिए था। अभी 2023 आ गया है लेकिन अभी तक जनगणना नहीं कराया गया। बिहार में हम तो जातीय गणना करा रहे हैं। जनगणना, जातीय गणना और सर्वे में बहुत अंतर होता है। यह अंतर बीजेपी वालों को मालूम ही नहीं है।
केंद्र की मोदी सरकार दिन में कुछ एफिडेविट करते है और शाम में कुछ एफिडेविट करते हैं। BJP जातीय गणना की विरोधी है। जिस पार्टी को जनगणना, जातीय गणना और सर्वे में जब अंतर ही पता नहीं है तो उसकी क्या बात करे। उनका पर्दाफाश हो चुका है। उनका पोल खुल चुका है। मजिस्ट्रेट चेकिंग में ये लोग पूरी तरह पकड़ा चुके है।