चोर-सिपाही के खेल में फेल हुई भागलपुर पुलिस ! आखिरकार सच आया सामने, पुलिस ने माना- झारखंड से आई शराब से हुई थी मौत

चोर-सिपाही के खेल में फेल हुई भागलपुर पुलिस ! आखिरकार सच आया सामने, पुलिस ने माना- झारखंड से आई शराब से हुई थी मौत

BHAGALPUR: जहरीली शराब पीने से कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गयी और कई लोगों की मौतें हो चुकी हैं। इस घटना को लेकर प्रशासन ने काफी सख्त रवैया अपनाया और कई जगहों पर छापेमारी की। भागलपुर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए भागलपुर के 4 मुख्य अभियुक्तों और 6 अन्तर्राज्यीय शराब माफियाओं को गिरफ्तार किया है। जो नकली विदेशी शराब का निर्माण कर बिहार में आपूर्ति करता था। इस तरह पुलिस ने नकली शराब के अन्तर्राज्यीय नेटवर्क को ध्वस्त किया है। 


इस बात की जानकारी सिटी एसपी स्वर्ण प्रभात ने दी। एसपी ने बताया कि 20 मार्च को भागलपुर के विश्वविद्यालय ओपी के साहेबगंज मुहल्ले में संदिग्ध मौत का खुलासा कर लिया गया है। प्रारंभिक जांच में अस्पताल में इलाजरत अरविन्द यादव द्वारा यह बताया गया कि अभिषेक और मिथुन के साथ मिलकर 18 मार्च को शराब का सेवन किया था। अरविन्द यादव द्वारा दिये गये बयान के आधार पर तातारपुर ( विश्वविद्यालय ) थाना में केस दर्ज किया गया और शराब कारोबारी सागर चौधरी को एक लीटर शराब के साथ गिरफ्तार किया गया।


 गिरफ्तार आरोपी सागर चौधरी और सचिन चौधरी से जब पूछताछ की गयी तब उन्होंने अपनी अवैध कारोबार में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए कहा कि उसने शराब सोनू साह उर्फ लोहा सिंह और सतीश चौधरी से खरीदी थी। सोनू साह से जब पुलिस ने पूछताछ की तब उसने बताया कि अजय सिंह शराब गोड्डा से भागलपुर लाता था। सतीश,सोनू और अजय तीनों मिलकर भागलपुर जिला में गोड्डा से लाकर नकली शराब की सप्लाई किया करता था। सोनू साह उर्फ लोहा सिंह और अजय सिंह के निशानदेही पर हरियारी गांव में जब छापेमारी की गई तब वहां से मनोज मंडल, अमित मंडल, मंटू मंडल, कुंदन मंडल, गुणादर मंडल को हरियारी थाना क्षेत्र के  परैयाहाट गोड्डा से और अवधेश कुमार को बाँसी से गिरफ्तार किया गया।


इन लोगों से जब पूछताछ के आधार पर जब पुलिस ने इनकी निशानदेही हरियारी गाँव में छापेमारी की तब शराब की बोतल के ढक्कन के ऊपर चिपकाने वाला सामान, झारखंड सरकार के उत्पाद विभाग का लोगो (चिन्ह) 150 पीस, एक पॉलिथीन में रखे मैकडॉयेल कंपनी का ढक्कन और शराब बनाने में उपयोग होने वाले कई सामानों को जब्त किया गया। दुमका में छापेमारी के दौरान विमल मंडल के घर से प्लास्टिक के गैलेन में रखे नकली शराब बनाने में प्रयोग किये जाने वाला रंग जिस पर कारमेल कलर और स्टीकर चिपका हुआ था एवं शीशी भी सीलबंद बोतल भी मिला है।