बिहार में यह क्या हो रहा है? छपरा में एक और पुल हुआ धराशायी, 24 घंटे के भीतर तीन ब्रिज गिरे; मुख्यमंत्री ने की थी हाई लेबल मीटिंग

बिहार में यह क्या हो रहा है? छपरा में एक और पुल हुआ धराशायी, 24 घंटे के भीतर तीन ब्रिज गिरे; मुख्यमंत्री ने की थी हाई लेबल मीटिंग

CHHAPRA: बिहार के पुलों को जैसे किसी की नजर लग गई है। हर दिन पुल गिरने की घटनाएं हो रही है। अब तो एक दिन के भीतर एक से अधिक पुल धराशायी हो रहे हैं। छपरा में बुधवार को दो पुल गिर गए थे। 24 घंटे के भीतर तीसरा पुल भी धराशाही हो गया है। घटना बनियापुर के सरैया पंचायत की है।


दरअसल, अररिया में बकरा नदी पर बने पुल का हिस्सा गिरने के बाद बिहार में पुल गिरने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह अनवरत जारी है। छपरा में पिछले 24 घंटे के भीतर तीन पुल धराशाही हो गए हैं। गुरुवार की सुबह बनियापुर प्रखंड के सरेया पंचायत में सुबह-सुबह एक और पुल ध्वस्त हो गया। बारिश के कारण पुल कमजोर हो गया और देखते ही देखते गिर गया।


बुधवार को जनता बाजार थाना क्षेत्र में गंडक नदी पर बना पुल तास के पत्तों की तरह बिखर गया था। इसके बाद इसी थाना क्षेत्र के सारण गांव में भी एक पुलिया ध्वस्त हो गई थी। अब सारण में ही तीसरा पुल गिरा है। लगातार पुल गिरने की घटनाओं से बिहार सरकार सकते में आ गई है और इसे रोकने के लिए रास्ते तलाश किए जा रहे हैं।


बिहार में पिछले 15 दिन के भीतर 10 पुलों के धराशायी होने के बाद सरकार की नींद टूटी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों की हाई लेबल मीटिंग बुला ली। बुधवार को मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक की और आवश्यक निर्देश जारी किए। 


सीएम आवास में बुधवार को अधिकारियों की बैठक बुलायी गयी। चाय-नाश्ते के साथ अधिकारियों ने सीएम नीतीश कुमार के सामने प्रजेंटेशन दिया और दावा किया कि सरकारी व्यवस्था पूरी तरह दुरूस्त है। मुख्यमंत्री ने भी वही बातें दुहरायी जो कई सालों से लगातार कहते आ रहे हैं। इसके बाद बैठक खत्म हो गयी।