BIHAR CRIME: सासाराम में युवक की गोली मारकर हत्या, इलाके में मचा हड़कंप ISM पटना ने स्थापना सप्ताह का भव्य समापन किया, छात्रों की रचनात्मकता और नवाचार को मिला मंच मुजफ्फरपुर कोर्ट में बुर्का पहना कर शादी की कोशिश, हिंदूवादी संगठनों के हंगामे के बाद जांच में जुटी पुलिस बालोपासना दिवस 2025: कोइलवर में विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल ने दौड़ व कबड्डी प्रतियोगिता का किया आयोजन जुकाम की दवा सिगरेट: इलाज कराने आए मासूम को डॉक्टर ने कराया स्मोकिंग, बच्चे की सेहत से किया खिलवाड़ Train Accident : चलती ट्रेन में चढ़ना पड़ा भारी, झाझा स्टेशन पर बाल-बाल बचे दो यात्री बिहार चुनाव से पहले बड़ा सर्वे: तेजस्वी यादव CM पद के सबसे पसंदीदा उम्मीदवार, प्रशांत किशोर ने नीतीश को पछाड़ा Life Style: धूप से आते ही गर्मी में ठंडा पानी पीना पड़ सकता है भारी, जानें सेहत को कैसे पहुंचा सकता है नुकसान? रद्द की गई 14009/10 बापूधाम मोतिहारी-आनंद विहार एक्सप्रेस अब 24 अप्रैल तक फिर से चलेगी यात्रीगण कृपया ध्यान दें: संपूर्ण क्रांति क्लोन स्पेशल सहित 03 जोड़ी ट्रेनों के परिचालन अवधि में विस्तार
24-Dec-2019 08:36 PM
MUZAFFARPUR : जल-जीवन-हरियाली यात्रा पर निकले सीएम नीतीश कुमार ने जिला के कांटी प्रखंड की पंचायत पानापुर हवेली व दरियापुर में एईएस प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। सीएम ने एईएस प्रभावित परिवारों से उनका हाल जाना। उन्होनें एईएस को लेकर जागरूकता कार्यक्रम में तेजी लाने का निर्देश दिया।इस मौके पर सीएम ने चमकी बुखार (एईएस) से बचाव के लिए जागरूकता को लेकर 'मोबाइल वाणी' की शुरुआत की।
जीविका के पदाधिकारियों ने सीएम को बताया कि दरियापुर में एईएस प्रभावित परिवार को सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत रोजगार दिया गया है और उन्हें जीविका के स्वयं सहायता समूह से भी जोड़ा गया है। 11 करोड़ 39 लाख 10 हजार रुपये की राशि एनजीओ को सामुदायिक निवेश के रूप में दी गयी है।सीएम ने एईएस प्रभावित क्षेत्र के भ्रमण के दौरान अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किए।
बता दें कि मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार ने जून महीने की तपती गर्मी में कहर बरपाया था। इस बीमारी से मरने वाले बच्चों की मौत का आंकड़ा 175 के पार पहुंच गया था। इस बीमारी का शिकार आमतौर पर गरीब परिवार के बच्चे होते हैं और वह भी 15 वर्ष तक की उम्र के। इस कारण मृतकों में अधिकांश की आयु एक से सात वर्ष के बीच रही थी। तापमान घटने से चमकी बुखार का असर घटता है। डॉक्टरों का मानना है कि मुजफ्फरपुर और पड़ोसी जिलों में पसरे एईएस के प्रकोप की रोकथाम में दवाओं से ज्यादा बारिश कारगर होती है।