1st Bihar Published by: Updated Mon, 25 Apr 2022 04:48:28 PM IST
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PATNA: CBSE ने 10वीं और 12वीं के सिलेबस से इतिहास की कई महत्वपूर्ण घटनाओं को हटा दिया है। पाठ्यक्रम से गुटनिरपेक्ष आंदोलन, मुगल दरबारों का इतिहास, शीतयुद्ध,अफ्रीकी-एशियाई क्षेत्रों में इस्लामी साम्राज्य का उदय और औद्योगिक क्रांति से संबंधित अध्याय को हटाया गया है। इसे लेकर बिहार में राजनीति तेज हो गयी है। इस मुद्दे को लेकर जेडीयू और बीजेपी की अलग राय है। बिहार के शिक्षा मंत्री व जेडीयू नेता विजय चौधरी ने इस फैसले का विरोध किया है। जबकि बीजेपी के मंत्री जिबेश कुमार इसके समर्थन में खड़े हो गये है।
बिहार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी का कहना है कि पाठ्यक्रम में बदलाव की अधिकारिक सूचना अब तक नहीं है। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम में जो बदलाव किया गया है उसका कोई औचित्य नहीं है। इतिहास का मुगल शासन काल अविभाज्य हिस्सा है यदि कोई देश का इतिहास समझना चाहेगा तो बीच में किसी काल को हटाया नहीं जा सकता है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इतिहास के अविभाज्य हिस्से को निकालने का कोई मतलब नहीं है। मुगलों का शासन इतिहास का अभिन्न हिस्सा है इनको अलग नहीं करना चाहिए। इसकी जानकारी सभी लोगों को दी जानी चाहिए। इतिहास को यदि हम दरकिनार कर देंगे तो आगे के लिए हम पुरानी सीख का फायदा नहीं उठा पाएंगे। बिहार में यह बदलाव नहीं होगा पाठ्यक्रम में फिलहाल जो पढ़ाया जा रहा है उसमें सरकार कोई भी बदलाव नहीं करने जा रही है।
जबकि बिहार बीजेपी के मंत्री जिबेश कुमार ने इसके समर्थन में खड़े हो गये है। जिबेश मिश्रा ने बताया कि अब बच्चे ओरिजनल हिस्ट्री पढ़ेंगे। जो भी इतिहास के अंदर झूठ परोसा गया है। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के साथ खिलवाड़ किया गया है। देश को अपमानित करने वाला इतिहास आज देश के बच्चों को पढ़ाया गया उसे हटाया जाना चाहिए। देश के गौरवशाली इतिहास को पढ़ाना चाहिए। यह खुशी की बात है कि अब बच्चों को ओरिजिनल इतिहास पढ़ाया जाएगा।