MUZAFFARPUR: मुजफ्फरपुर बालिकागृह कांड के आरोपित ब्रजेश ठाकुर को बुधवार को एससी-एसटी कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपित ब्रजेश ठाकुर पर आरोप गठित किया। इस मामले पर अगली सुनवाई अब 9 अक्टूबर को होगी।
गौरतलब है कि मामला 2018 का है जब बालिकागृह कांड हुआ था। बालिकागृह से 11 महिलाएं और उनके 4 बच्चे रहस्यमय ढंग से गायब हो गये थे। इन सभी का अभी तक कोई पता नहीं चल सका है। इसी मामले में कोर्ट ने आरोपित ब्रजेश ठाकुर पर आरोप गठित किया है।
कोर्ट में ब्रजेश ठाकुर से यह पूछा गया कि यह घटना आपने की है? ब्रजेश ठाकुर ने सिर हिलाते हुए इनकार कर दिया। जिसके बाद कोर्ट ने आरोप गठित करते हुए आगामी 9 अक्टूबर को सुनवाई की अगली तारीख निर्धारित की। अब इस केस में गवाही होगी और कोर्ट में साक्ष्य प्रस्तुत किया जाएगा। विशेष लोक अभियोजन जयमंगल प्रसाद ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि इससे पूर्व इस केस में मधु उर्फ साइस्ता परवीन, कृष्णा और रामानुज ठाकुर पर आरोप गठन किया जा चुका है। रामानुज ठाकुर की मौत भी हो चुकी है।
बता दें कि दिल्ली के तिहाड़ जेल से आरोपित ब्रजेश ठाकुर को मुजफ्फरपुर व्यवहार न्यायालय लाया गया था जहां विशेष एससी-एसटी कोर्ट में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पेशी के लिए लाया गया था। गौरतलब है कि बालिका गृह मामले में दोषी ब्रजेश ठाकुर की एनजीओ के माध्यम से संचालित कल्याणी चौक स्थित स्वाधार गृह से 11 महिलाएं व चार बच्चे गायब मिले थे। इसका राज तब खुला जब 30 जुलाई 2018 में बालिका गृह की लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया था। बाल संरक्षण इकाई के तत्कालीन सहायक निदेशक दिवेश कुमार शर्मा ने अज्ञात के विरुद्ध महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस जांच में ब्रजेश व मधु सहित अन्य की संलिप्तता सामने आई थी।