BPSC टीचर बहाली कट ऑफ के बाद दिव्यांग स्टूडेंट का धरना-प्रदर्शन, जिला प्रशासन के साथ हुई धक्का - मुक्की

BPSC टीचर बहाली कट ऑफ के बाद दिव्यांग स्टूडेंट का धरना-प्रदर्शन, जिला प्रशासन के साथ हुई धक्का - मुक्की

PATNA : बिहार लोक सेवा आयोग के तरफ से आयोजित शिक्षक बहाली परीक्षा का परिणाम जारी होने के बाद अब कट ऑफ भी जारी कर दिया गया है। उसके बाद अब इस कट ऑफ को लेकर टीचर अभ्यर्थी में काफी नाराजगी नजर आ रही है। इसी कड़ी में अब राज्य के दिव्यांग अभ्यर्थी ने आज बीपीएससी ऑफिस के पास धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। हालांकि, इनलोगों पर जिला  प्रशासन ने एक्शन लेते हुए आयोग कार्यालय के पास से हटा दिया। 


दरअसल, बिहार लोक सेवा आयोग के तरफ से बीते शाम टीचर बहाली का कट ऑफ जारी कर दिया गया। इसके बाद अब उन अभ्यर्थी में रोष उत्पन हो गया है कि उनका नाम आखिर रिजल्ट में क्यों शामिल नहीं किया गया। जबकि उनका नंबर कट ऑफ से अधिक था। हालांकि, इन सवालों का आयोग के तरफ से जवाब भी दिया गया है। 


वहीं, अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे इन दिव्यांग अभ्यर्थी का कहना है कि आयोग के तरफ से जान बूझकर दिव्यांग को शामिल नहीं किया गया है। यह सरकार साजिश कर रही है और नौकरी के नाम पर पैसा का खेल किया जा रहा है। इस परीक्षा के जरिए आम लोगों को भर्ती नहीं हो रही है बल्कि सेटिंग के जरिए बहाली करवाई जा रही है। 


आपको बताते चलें कि, इससे पहले बीपीएससी ने शिक्षक नियुक्ति परीक्षा का कट ऑफ मार्क्स बुधवार की शाम में जारी कर दिया। प्राथमिक (कक्षा एक से पांच), माध्यमिक (9वीं-10वीं) और उच्च माध्यमिक (11वीं-12वीं) तीनों श्रेणी के शिक्षकों के लिए जारी कट ऑफ में सर्वाधिक कट ऑफ मार्क्स माध्यमिक शिक्षकों के लिए सामाजिक विज्ञान विषय में रहा, जो अनारक्षित श्रेणी में 74 है। गणित में अनारक्षित श्रेणी में माध्यमिक शिक्षकों का कट ऑफ 72 है। उच्च माध्यमिक शिक्षकों के लिए इतिहास का कट ऑफ अनारक्षित श्रेणी में 70 पर पहुंच गया है।