PATNA : बिहार में पहली बार यह हुआ कि BPSC की परीक्षा का पेपर लीक हो गया। क्वेश्चन पेपर लीक होने के कारण बिहार लोक सेवा आयोग को भारी फजीहत झेलनी पड़ी, नीतीश सरकार की किरकिरी हो रही है सो अलग। लेकिन BPSC जैसी परीक्षा का वाकई सिस्टम ने मजाक बना कर रखा हुआ है। फर्स्ट बिहार आपको यह बताने जा रहा है कि कैसे BPSC जैसी बड़ी परीक्षा को लेकर जिन अधिकारियों को ड्यूटी पर लगाया गया उन्होंने ही परीक्षा का मखौल उड़ा दिया। BPSC क्वेश्चन पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई फिलहाल पेपर लीक करने वाले लोगों को तलाश रही है। कई लोगों को इस मामले में हिरासत में लिया गया है और पटना से लेकर दूसरे जिलों तक के छापेमारी हो रही है। लेकिन हम आपको बताने जा रहे हैं कि BPSC पीटी एग्जाम में किस तरह अधिकारियों ने लापरवाही बरती।
दरअसल फर्स्ट बिहार के पास पूर्णिया के धमदाहा स्थित एक परीक्षा केंद्र की तस्वीर सामने आई है। इस परीक्षा केंद्र पर BPSC पीटी की परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा के दौरान मजिस्ट्रेट की ड्यूटी पर धमदाहा के बीईओ राम प्रबोध तैनात थे। नियमों के मुताबिक की परीक्षा के दौरान किसी को भी सेंटर में स्मार्टफोन ले जाने की इजाजत नहीं है लेकिन मजिस्ट्रेट ड्यूटी पर तैनात बीईओ राम प्रबोध ना केवल अपना स्मार्टफोन लेकर परीक्षा केंद्र के अंदर गए बल्कि पीटी एग्जाम दे रहे छात्रों के बीच खड़े होकर फोटो भी खिंचवाई। उन्होंने बजाप्ता इस फोटो को कई व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर भी किया। इस व्हाट्सएप ग्रुप का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल है। इसी व्हाट्सएप ग्रुप से होते हुए परीक्षा केंद्र के अंदर बीईओ साहब की तस्वीर फर्स्ट बिहार तक पहुंची है। हमने सच्चाई जानने के लिए इस मामले में भी बीईओ राम प्रबोध से बातचीत की। फर्स्ट बिहार ने जब भी बीईओ साहब से पूछा कि क्या वह बीपीएससी पीटी एग्जाम में किसी सेंटर पर ड्यूटी कर रहे थे? उन्होंने कहा.. हां मेरी ड्यूटी लगी थी। हमने पूछा कि वह सेंटर पर अपना मोबाइल फोन लेकर गए थे? उन्होंने कहा.. गए थे। हमने पूछा क्या आपने सेंटर के अंदर फोटो खिंचवाई? उन्होंने कहा.. हमने फोटो खिंचवाई। इसके बाद फर्स्ट बिहार ने उनसे जानना चाहा कि क्या बीपीएससी जैसी परीक्षा के दौरान सेंटर के अंदर मोबाइल फोन ले जाना ठीक है? इस पर उन्हें जवाब नहीं सूझा.. बीईओ साहब ने कबूल किया कि उनसे गलती हो गई।
फर्स्ट बिहार यह दावा तो नहीं करता कि BPSC पीटी एग्जाम का क्वेश्चन पेपर पूर्णिया या धमदाहा से लीक हुआ लेकिन क्या यह एक बड़ी लापरवाही नहीं है की परीक्षा में जिन अधिकारियों को ड्यूटी दी गई, जिनके ऊपर यह जिम्मेदारी रही की परीक्षा कदाचार मुक्त तरीके से पूरी करा ली जाए वही अधिकारी नियमों की अनदेखी करते रहे। सोशल मीडिया पर यह दिखाने के चक्कर में कि वह भी परीक्षा में ड्यूटी कर रहे हैं उन्होंने तस्वीर निकलवाई और उसे सोशल मीडिया पर शेयर किया। क्या यह वाकई नियमों की अनदेखी नहीं है। क्या स्मार्ट फोन परीक्षा केंद्र में ले जाने से पेपर लीक का खतरा बढ़ नहीं जाता? क्या BPSC या सरकार को ऐसे मामले में गंभीर नहीं होना चाहिए। हमने अपनी तरफ से इस तस्वीर को लेकर सारी जानकारी सामने रखी है। अब देखना होगा कि बीईओ साहब के इस कदम को BPSC बिहार की जांच एजेंसी और सरकार सही मानते हैं या फिर वाकई नियमों को तोड़ने जैसा है।