BPSC एग्जाम के दौरान सेंटर पर मौजूद CO ने 2 पत्रकारों को बनाया बंधक, वीडियो डिलीट नहीं करने पर पुलिस से पिटवाया

BPSC एग्जाम के दौरान सेंटर पर मौजूद CO ने 2 पत्रकारों को बनाया बंधक, वीडियो डिलीट नहीं करने पर पुलिस से पिटवाया

ARWAL: अरवल के स्वतंत्रता सेनानी गोदानी सिंह महाविद्यालय में रविवार को BPSC की परीक्षा आयोजित थी। एग्जाम के दौरान सेंटर पर मौजूद अंचलाधिकारी ने दो पत्रकारों को बंधक बना लिया। वीडियो डिलीट करने के लिए अंचलाधिकारी ने दोनों को पुलिस से पिटवाया। गंभीर रूप से घायल पत्रकारों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना से मीडिया कर्मियों में रोष व्याप्त है और आरोपी अंचलाधिकारी पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. 


दरअसल बंसी प्रखंड के अंचलाधिकारी विकेश कुमार सिंह और करपी प्रखंड के अंचलाधिकारी संजय सिंह पर दोनों पत्रकारों ने पिटाई करने और बंधक बनाए रखने का आरोप लगाया है। खबर बनाने के दौरान दोनों को बंधक बनाया गया और पुलिसकर्मियों से पिटाई करवाई गयी। जबरन मोबाइल छीनकर वीडियो को डिलीट कराया गया। पिटाई से दोनों की तबीयत बिगड़ गई है। जिन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इतना ही नहीं उन्होंने पत्रकारों को धमकाते हुए यह तक कहा कि सत्ता और सरकार बदल चुकी है। इसलिए सोच समझकर पत्रकारिता करो। 


दरअसल दोनों पत्रकार गोदानी सिंह महाविद्यालय के बाहर खबर संग्रह करने के लिए पहुंचे थे तभी बीपीएससी का एक छात्र अंदर जाने के लिए गुहार लगा रहा था। बंसी अंचलाधिकारी ने समय से लेट होने का हवाला देकर छात्र को परीक्षा केंद्र के भीतर  प्रवेश करने से रोक दिया इसके बाद अभ्यर्थी विनती और मिन्नतें करने लगा उसके बाद अंचलाधिकारी आक्रोशित हो गए और गाली-गलौज करने लगे जिसके बाद एक पत्रकार ने गाली-गलौज की तस्वीर अपने कैमरे में कैद कर ली।


इस दौरान बीपीएससी के अभ्यर्थी को इस दौरान दौड़ा-दौड़ा कर पीटा जा रहा था। जिसकी तस्वीर दूसरे पत्रकार ने कैद कर ली थी। इस बात की जानकार जैसे ही अंचलाधिकारी को हुई उन्होंने पुलिसकर्मियों को भेजकर दोनों पत्रकारों को पकड़कर लाने भेजा जिसके बाद दोनों को बंधक बनाया गया। सबसे पहले दोनों का मोबाइल छीन लिया और जबरन पत्रकारों से ही वीडियो डिलीट करवाया। 


पत्रकारों ने जब वीडियो डिलीट करने से मना किया तो पुलिस कर्मियों से दोनों पत्रकारों की पिटाई करवाई गयी। परीक्षा केंद्र पर ही दोनों पत्रकारों को 3 घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया। परीक्षा खत्म होने के बाद दोनों पत्रकारों को वीडियो डिलीट करवा कर छोड़ दिया गया। इस घटना को लेकर पत्रकारों में रोष व्याप्त है। अंचलाधिकारी की इस करतूत पर पीड़ित ने कार्रवाई की मांग की है। वही सभी मीडिया कर्मियों ने एक सुर में कहा कि इस तरह के अमानवीय घटना को वे बर्दाश्त नहीं नहीं करेंगे।