DESK : लोकसभा चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल में हिंसा की कई घटनाएं हुई। कूचबिहार, दक्षिण 24 परगना समेत कई जिलों में हिंसक घटनाएं हुई हैं। इसी का जायजा लेने पहुंचे भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद, बिप्लब देब, राज्यसभा सांसद बृजलाल और कविता पाटीदार को उनके ही कार्यकर्ताओं ने घेर लिया और अनदेखी करने का आरोप लगाने लगे। इस दौरान इन्हें अपने ही कार्यकर्ताओं का विरोध भी झेलना पड़ गया।
दरअसल, बीजेपी की 4 सदस्यीय केंद्रीय टीम पश्चिम बंगाल में हिंसा की घटना के बाद दक्षिण 24 परगना जिले के अम्ताला पहुंची थी। तभी उन्हें देखकर बीजेपी कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करने लगे और अपने नेताओं को ही घेर लिया। कार्यकर्ताओं का कहना था कि टीएमसी के लोगों ने उनकी जमकर पिटाई की। डर के कारण उन्हें घर तक छोड़ना पड़ गया।
हिंसा की घटनाओं के बावजूद बीजेपी के नेताओं ने अपने कार्यकर्ताओं की परवाह तक नहीं की। उन्हें देखने तक कोई नहीं आया। इसी बात से कार्यकर्ता नाराज थे। बीजेपी की चार सदस्यीय केंद्रीय टीम के समक्ष भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराजगी व्यक्त की। वहीं बीजेपी कार्यकर्ताओं के आरोप को खारिज करते हुए टीएमसी ने कहा कि ये सब बातें गलत हैं। अपनी नाकामी को छुपाने के लिए भाजपा के लोग इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। जबकि इसमें कही कोई सच्चाई नहीं है।