Bihar Crime News: सनकी बेटे ने तलवार से पिता का गला उतारा, संपत्ति के लिए बन गया हत्यारा Bihar Crime News: सनकी बेटे ने तलवार से पिता का गला उतारा, संपत्ति के लिए बन गया हत्यारा Bihar News: भागलपुर और पूर्णिया में इस दिन से चलेंगी पिंक बसें, BSRTC ने दी ताजा जानकारी Martyr Rambabu Prasad: सीमा पर बिहार का एक और लाल शहीद, 3 महीने पहले ही हुई थी शादी, आज सिवान में अंतिम संस्कार Bihar crime: बेगूसराय में मंदिर के पुजारी की गोली मारकर हत्या, इलाके में दहशत Nitish Kumar security protocol : नीतीश कुमार की बढ़ी सुरक्षा, अब बिना अनुमति माला पहनाना भी मना Bihar News: पटना के बिहटा में सड़क हादसे के बाद बवाल, गुस्साए लोगों ने ट्रक में लगाई आग, पुलिस पर पथराव Air Marshal Awadhesh Kumar Bharti: "एक बिहारी पूरे पाकिस्तान पर भारी", कौन हैं पाक को बुरी तरह धूल चटाने वाले अवधेश कुमार भारती? Aditya Vats Bihar Success Story: आईआईटी बीएचयू से पढ़ाई के बाद बिहार के लाल आदित्य वत्स को अमेरिका की कंपनी से मिला 68 लाख का पैकेज Cyber Attacks On India: पिछले कुछ दिनों में भारत पर 15 लाख साइबर हमले, पाकिस्तान के अलावा इन देशों के हैकर्स शामिल
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 20 Jul 2024 08:29:48 AM IST
- फ़ोटो
DESK: देश के चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी रणनीति तय करने में उलझ गई है। बीजेपी आक्रामक और संतुलित चुनाव अभियान को लेकर संशय में है। पार्टी के एक वर्ग का मानना है कि विपक्ष के दबाव में आने के बाजाए बीजेपी पहले की तरह आक्रामक अभियान जारी रखे हालांकि इस रणनीति में नुकसान की भी संभावना है। ऐसे में बीजेपी को अब रणनीति तय करने के लिए आरएसएस की मदद की दरकार होगी।
दरअसल, बीजेपी ने हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड और जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रभारियों की तैनाती पहले ही कर दी थी। इन चुनाव प्रभारियों द्वारा शुरुआती आकलन में रिपोर्ट अच्छी नहीं है। सभी राज्यों में संगठन को लेकर परेशानी बढ़ी है। ऐसे में विपक्ष का सामना करना चुनौती पूर्ण साबित हो सकता है। यही वजह है कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व संगठन की समस्या को सुलझाने में जुटा हुआ है ताकि पूरी मजबूती के साथ चुनावी अभियान तेज किया जा सके।
संगठन की नाराजगी के कारण लोकसभा चुनाव में कई राज्यों में पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा है। पहले के चुनावों में बीजेपी ने आक्रामक तरीके से चुनाव अभियान चलाया था, जिसका उसे फायदा भी मिला था लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव में उस आक्रमकता के कारण नुकसान हुआ है। संगठन में नाराजगी इसकी मुख्य वजह मानी जा रही है।
हरियाणा में सीएम बदलने के बावजूद सामाजिक समीकरण नहीं सुधर रहे हैं। वहीं महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के दौरान एनडीए विपक्षी गठबंधन के सामने कमजोर पड़ गया। ऐसे में विधानसभा चुनाव में भी यह समस्या सामने आ सकती है। जम्मू-कश्मीर में घाटी में बीजेपी की समस्या अभी भी बरकरार है। यहां भी यह तय नहीं है कि घाटी की सीटों पर बीजेपी कैसे चुनाव लड़ेगी। झारखंड में भी बीजेपी में अंदरूनी कलह की बातें सामने आ रही हैं।
इन सबके बीच संघ की भूमिका काफी अहम मानी जा रही है। तमाम उलझनों को सुलझाने के लिए बीजेपी को आरएसएस की मदद की दरकार है लेकिन संघ के साथ बीजेपी के रिश्तों को लेकर तरह-तरह की बातें सामने आ रही हैं। हाल के दिनों में संघ के बड़े नेताओं ने बीजेपी नेतृत्व को आड़े हाथों लिया था।
लोकसभा चुनाव में जमीन खीसकने के बाद बीजेपी एक बार फिर से संघ से अपने रिश्ते को मजबूत करने की कोशिश में जुट गई है। कहा जा रहा है कि जल्द ही बीजेपी और संघ की बैठक बुलाई जा सकती है। बैठक के जरिन सभी तरह के मतभेद को खत्म कर बीजेपी संघ का सहयोग हासिल करेगी, ताकि चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में बेड़ा पार लग सके।