DESK : भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना का गठबंधन भले ही टूटे हुए एक अरसा गुजर गया हो लेकिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के दिल में आज भी बीजेपी के लिए दर्द है। उद्धव ठाकरे का यह दर्द आज एक बार फिर से सामने आ गया। दरअसल मुंबई में आज दशहरा रैली का आयोजन किया गया था। इसी दौरान अपने संबोधन में उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी की वादाखिलाफी को याद करते हुए पुरानी बातें दोहरा दी। उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी से हमारी दोस्ती 25 साल पुरानी थी लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने अपना वादा नहीं निभाया इसलिए हमारे रास्ते अलग हो गए।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का गुस्सा केवल बीजेपी तक ही सीमित नहीं रहा। उद्धव ठाकरे के निशाने पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी रहा। उन्होंने कहा कि आज वह मुंबई में दो रैलियां हो रही है, एक हमारी और एक आरएसएस की। हमारे रास्ते अलग हैं लेकिन विचारधारा एक है। हम दोनों हिंदुत्व के रास्ते पर ही चलते हैं। हम बीजेपी के साथ हिंदुत्व के कारण ही गए थे। बीजेपी ने वादा नहीं निभाया, वरना हम आज भी एक साथ होते।
इतना ही नहीं उद्धव ठाकरे ने यहां तक कह डाला कि वह अपने पिता बाला साहब ठाकरे से किए गए वादे को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री बने। उद्धव ठाकरे ने यह भी ऐलान कर दिया कि भविष्य में दूसरे शिवसैनिक भी मुख्यमंत्री बनेंगे। उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व को लेकर संबोधन में लंबी चौड़ी बातें कहीं। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व का मतलब देश के लिए प्यार होता है। बाला साहब ने खुद कहा था कि हम पहले नागरिक हैं और धर्म इसके बाद आता है। जब हम अपने घर को छोड़कर बाहर निकलते हैं तो देश ही हमारा धर्म होता है।