PATNA: बिहार में बड़े सियासी उलटफेर के आसार लगातार गहराते जा रहे हैं. जेडीयू ने आज फिर एक नया संकेत दिया. तेजस्वी यादव ने बीजेपी के खिलाफ आज पटना की सड़क पर मार्च किया था. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने तेजस्वी द्वारा उठाये जा रहे मुद्दे को सही करार दिया. ललन सिंह ने कहा-हम क्यों तेजस्वी यादव के आंदोलन के विरोध में बोलें.
पटना में आज पत्रकारों ने ललन सिंह से ये पूछा था कि तेजस्वी यादव ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर मंहगाई औऱ बेरोजगारी बढ़ाने का आऱोप लगाते हुए प्रतिरोध मार्च किया है. जेडीयू का तेजस्वी के आंदोलन पर क्या स्टैंड है. ललन सिंह ने कहा-मंहगाई तो वाकई बढी है. ये जनता का मुद्दा है. अगर तेजस्वी को लगता है कि ये जनता का मुद्दा है और वे जनता के मुद्दे पर आंदोलन कर रहे हैं तो हम उनका विरोध क्यों करें.
ललन सिंह के दो लाइन का बयान ढेर सारी सियासी घटनाक्रमों को साफ कर गया है. पिछले एक महीने से लगातार ऐसे संकेत मिल रहे हैं जो बता रहे हैं कि जेडीयू और राजद के बीच किस तरह का मधुर संबंध बन रहा है. नीतीश कुमार और तेजस्वी के बीच मुलाकात की खबरें सामने आ चुकी हैं.
नीतीश कुमार के लालू यादव से टेलीफोन पर बातचीत की खबर भी सामने आयी है. तेजस्वी यादव के खिलाफ जेडीयू का कोई नेता एक शब्द भी नहीं बोल रहा है. वहीं राजद नेताओं ने नीतीश के खिलाफ बोलना बंद कर दिया है. ऐसे में जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह का आज का बयान सियासी कयासों की पुष्टि करता दिख रहा है.
केंद्रीय मंत्रिमंडल में अब शामिल नहीं होगा जेडीयू
आज जेडीयू के एक और स्टैंड ने सियासी उलटफेर की पुष्टि की है. जेडीयू ने आज कहा कि वह अब केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में शामिल नहीं होगी. जेडीयू का कोई सांसद मंत्री नहीं बनेगा. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा-नीतीश कुमार ने तो 2019 में ही तय कर लिया था कि केंद्र की सरकार में जेडीयू शामिल नहीं होगी
हम फिर से उसी स्टैंड पर आ गये हैं. पत्रकारों ने सवाल पूछा कि जब 2019 में नीतीश ने ये फैसला लिया था तो फिर 2021 में केंद्रीय मंत्रिमंडल में आरसीपी सिंह कैसे मंत्री बन गये थे. ललन सिंह ने कहा कि वह आरसीपी सिंह का फैसला था, नीतीश कुमार का नहीं. जेडीयू का मतलब नीतीश कुमार है और नीतीश कुमार ने ये फैसला ले लिया है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में शामिल नहीं होना है।
जेडीयू का ये स्टैंड भी साफ कर गया कि अंदर ही अंदर कुछ औऱ खिचड़ी पक रही है. सूत्र बता रहे हैं कि दो-चार दिनों में कोई बड़ा खेल हो सकता है. हां, इस पूरे प्रकरण की खबर बीजेपी के आलाकमान को भी है. बीजेपी नेतृत्व भी डैमेज कंट्रोल में लगा है. देखना होगा क्या बीजेपी का डैमेज कंट्रोल सफल हो पायेगा.