PATNA: मंगलवार को बीजेपी ने बिहार में अभी से ही चुनाव अभियान शुरू करने का एलान किया था. इसके तहत जनवरी से लेकर फरवरी के बीच बिहार के अलग अलग हिस्सों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की दस रैलियां करने का फैसला लिया गया था. बीजेपी के इस फैसले के बाद विपक्षी महागठबंधन में खलबली मच गयी है. आनन फानन में राजद ने आज हर जिले में कार्यकर्ता सम्मेलन कराने का एलान किया है. उधर नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह से लंबी गुफ्तगू की. इसमें सीट शेयरिंग और चुनाव अभियान पर ही चर्चा होने की खबर है.
राजद का कार्यकर्ता संवाद
राजद की ओऱ से आज जानकारी दी गयी है कि पार्टी ने बिहार के हर जिले में कार्यकर्ता संवाद सम्मेलन कराने का फैसला लिया है. कार्यकर्ता संवाद सम्मेलन 10 जनवरी से प्रारंभ होगा. इस दौरान हर जिले में बिहार सरकार में राजद कोटे के मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे. वे कार्यकर्ताओं को सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताएंगे.
राजद की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि कार्यकर्ता संवाद सम्मेलन में जाति आधारित गणना और आरक्षण का दायरा बढ़ाने के सरकारी फैसले की जानकारी दी जायेगी. कार्यकर्ताओं को कहा जायेगा कि वे तेजस्वी यादव के संकल्प और प्रण के अनुसार बिहार सरकार में युवाओं को बड़े पैमाने पर दी गयी नौकरी, सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि के क्षेत्र में व्यापक सुधार जैसी उपलब्धियो को आम लोगों तक पहुंचाये. वहीं, केंद्र सरकार की विफलताओं की भी जानकारी दी जायेगी. 10 से 13 जनवरी के बीच कार्यकर्ता सम्मेलन पूरा कर लिया जायेगा.
नीतीश भी तैयारियों में जुटे
उधर, जेडीयू में भी हलचल बढ़ी है. नीतीश कुमार ने आज अपनी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से लंबी बातचीत की. इसमें सीट शेयरिंग से लेकर चुनाव अभियान चलाने जैसे मुद्दों पर चर्चा होने की खबर है. जेडीयू सूत्रों के मुताबिक ललन सिंह को नीतीश कुमार ने अपने आवास पर बुलाया था. दोनों नेताओं ने वहां बातचीत की. उसके बाद नीतीश खुद ललन सिंह को छोड़ने उनके घर तक गये.