BJP देश के लिए दे सकती है कोई भी कुर्बानी, नीतीश के बयान पर बोले सम्राट ... उनसे नहीं है हमारी कोई लड़ाई

BJP देश के लिए दे सकती है कोई भी कुर्बानी, नीतीश के बयान पर बोले सम्राट ...  उनसे नहीं है हमारी कोई लड़ाई

PATNA : दोस्ती व्यक्तिगत है। भाजपा की लड़ाई किसी हिंदुस्तानी से नहीं है तो फिर हमारी लड़ाई नीतीश कुमार से कैसे हो सकती है। नीतीश कुमार जी से भी हमारी व्यक्तिगत लड़ाई कैसे हो सकती है। भाजपा एक सिंद्धांत से चलने वाले पार्टी है। हमलोग का सिद्धांत में किसी से व्यक्तिगत लड़ाई की बात ही नहीं है। इस देश में रहने वाले सभी लोग हमारे अपने हैं और मित्र है। यह बातें बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कही है। 


भाजपा के बिहार  प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने नीतीश के भाजपा के साथ दोस्ती को लेकर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि - भाजपा एक पार्टी है, समूह है ये कोई गैंग नहीं है। कुछ लोग गैंग चलाते हैं। भाजपा इस देश को आगे करने के लिए कभी- कभी पार्टी को भी विलीन करने का काम 1977 में किया। इसलिए भाजपा के लिए सैद्धांतिक रूप से साफ़ है कि देश के लिए कोई भी कुर्बानी दे सकती है। नीतीश कुमार को तो धन्यवाद देना ही चाहिए। 


इसके आगे उन्होंने कहा कि - नीतीश कुमार को सुबह, शाम, दोपहर दिन भर में 20 बार उठते - बैठते नीतीश कुमार जी को पीएम मोदी को धन्यवाद देना ही चाहिए। इसलिए उनसे दोस्ती में कोई हमें परहेज नहीं है। उनसे हमारा  व्यक्तिगत लड़ाई कहा है। हमसे तो यही कहना चाहते हैं कि नीतीश कुमार से हमारी कोई दुश्मनी है ही नहीं। 


मालूम हो कि, इससे पहले नीतीश कुमार ने मोतिहारी में आज कहा कि - जब तक जिंदा है, तब तक भाजपा नेताओं से दोस्ती बनी रहेगी। बिहार के मुख्यमंत्री ने मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार को कोसते हुए कहा कि- उसने तो मेरी बात ही नहीं सुनी थी। वो तो 2014 में जब नयी सरकार बनी तो मेरी बात मानी गयी।


नीतीश कुमार ने कहा कि- केंद्र में मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली तत्कालीन यूपीए सरकार ने 2007 में सेंट्रल यूनिवर्सिटी खोलने का एलान किया था। 2009 में मनमोहन सिंह केंद्र सरकार ने केंद्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम पास किया।  बिहार में भी एक यूनिवर्सिटी खोलने का फैसला लिया गया।  नीतीश बोले-मैंने उसी समय केंद्र सरकार से मांग किया था कि इस यूनिवर्सिटी को मोतिहारी में खोला जाये।  मोतिहारी ही वह जगह है जहां से महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता आंदोलन की शुरूआत की थी बापू ने यहां शिक्षा की अलख भी जगायी थी। नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने बार-बार तत्कालीन केंद्र सरकार को कहा कि मोतिहारी में सेंट्रल यूनिवर्सिटी खोला जाये लेकिन वह राजी नहीं हुई।