बिहार विधानमभा में ओवैसी की पार्टी के इकलौते विधायक की सदस्यता संकट में, सदन की समिति में AIMIM का एजेंडा चलाने का आरोप

बिहार विधानमभा में ओवैसी की पार्टी के इकलौते विधायक की सदस्यता संकट में, सदन की समिति में AIMIM का एजेंडा चलाने का आरोप

PATNA : असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM का अस्तित्व बिहार विधानसभा में खत्म हो सकती है। पिछले दिनों AIMIM के पांच में से चार विधायक राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो गए थे। इन विधायकों के आरजेडी में शामिल होने के बाद पार्टी के इकलौते विधायक सदन में बचे हैं और अब ओवैसी की पार्टी के एकमात्र विधायक अख्तरुल इमान के ऊपर सदस्यता खत्म होने का संकट मंडराता दिख रहा है। 


दरअसल, बिहार विधानसभा की अल्पसंख्यक कल्याण समिति के सदस्य के तौर पर अख्तरुल इमान के ऊपर अपनी पार्टी का एजेंडा चलाने का आरोप लगा है। यह आरोप समिति के सभापति अफाक आलम ने लगाया है। इस संबंध में उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा को शिकायत की है। अल्पसंख्यक कल्याण समिति के सभापति अफाक आलम की तरफ से शिकायत मिलने के बाद अब स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मामला आचार समिति को भेजने का फैसला किया है। अख्तरुल इमान को सबसे पहले समिति से हटाया जा सकता है और उसके बाद आचार समिति अगर फैसला करती है तो उनकी सदस्यता तक जा सकती है।


बिहार विधानसभा के अल्पसंख्यक कल्याण समिति के सभापति आफाक आलम ने AIMIM के विधायक और समिति के सदस्य अख्तरूल ईमान पर आरोप लगाया है कि वे समिति की बैठकों में अपनी पार्टी का एजेंडा और पार्टी के लोगों को बुलाकर बैठक को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं, जिसके कारण बैठक नहीं हो पा रही है। आफाक आलम की शिकायत पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने जांच के बाद समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।


बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि राज्य के विकास में विधानसभा की समितियों की भूमिका काफी अहम होती है। अगर इन समितियों के माध्यम से कोई भी सदस्य विकास में बाधा डालने की कोशिश करेंगे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। संसदीय परंपराओं और नियमों की अवहेलना कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। ऐसे लोग तत्काल प्रभाव से समिति से तो हटाए ही जाएंगे तथा उन पर आचार समिति के माध्यम से गंभीरता के साथ कार्रवाई करने पर भी विचार किया जाएगा।


बता दें कि बीते 25 जुलाई को अल्पसंख्यक कल्याण समिति के सदस्य विभिन्न जिलों में अल्पसंख्यकों के हालात की जानकारी लेने के लिए निकले थे। आगामी 4 अगस्त तक समिति के सदस्यों को विभिन्न जिलों का दौरा करना था। इस समिति की यात्रा अभी हाजीपुर, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर में ही हो पाई थी। निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक समिति को अभी दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार की यात्रा भी करनी थी लेकिन इसी बीच AIMIM विधायक के कारण हुई असुविधा और असहजता के कारण कमेटी की यात्रा समस्तीपुर के बाद स्थगित कर दी गई।