BHAGALPUR: भागलपुर में रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आई है। ट्रेन के सामने कूदकर एक अधेड़ ने अपनी जान दे दी। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर रेल थाना पुलिस और हबीबपुर थाने की पुलिस पहुंच गई लेकिन दोनों थानों के बीच घंटों सीमा विवाद चलता रहा। इस दौरान लाश रेलवे ट्रैक पर यूं ही पड़ा रहा और ट्रेनें लाश के ऊपर से गुजरती रहीं। पुलिस कर्मियों ने शव को ट्रैक से हटाने की कोशिश तक नहीं की।
कुछ देर बाद शव की पहचान विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के साहेबगंज नया टोला निवासी 55 वर्षीय मो. सकुर के रुप में हुई। मो. सकुर मजदूरी किया करते थे। घटना की जानकारी जब परिजनों को मिली तो आनन-फानन में रेलवे ट्रैक पर पहुंच गये और हंगामा करने लगे।
मृतक के परिजन इस बात से गुस्साएं थे कि रेलवे ट्रैक पर कई घंटे से लाश पड़ा था उसके ऊपर से कई ट्रेने गुजर गयी लेकिन किसी पुलिस कर्मियों ने लाश को उठाकर किनारे रखना मुनासिब नहीं समझा। सीमा विवाद के कारण पुलिस कर्मियों ने लाश को हाथ भी नहीं लगाया.
वही रेल थाना पुलिस ने बताया था कि मामले की जानकारी मेमो भागलपुर स्टेशन मास्टर को दिया गया था। इसके बाद ट्रैक पर रेल परिचालन बंद कर देना चाहिए था लेकिन इस ट्रैक पर ट्रेनों का परिचालन जारी रखा गया।
रेलवे ट्रैक पर हंगामे के बाद परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए ही शव को लेकर चले गये। वही भागलपुर जीआरपी थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि रेलवे ट्रैक पर साहेबगंज निवासी एक अधेड़ व्यक्ति की कटने से मौत हुई थी। इसकी सूचना पर पुलिस टीम को भेजा गया था। इलाका जिला पुलिस के क्षेत्र में आता है।
घटनास्थल पर पहुंचे हबीबपुर थाना पुलिस ने भी शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं भेजा। जिसके कारण परिजन शव लेकर चले गए। पुलिस के प्रति लोगों में खासा आक्रोश व्याप्त था। परिजन इस बात से हैरान थे कि कई घंटे तक शव रेलवे ट्रैक पर पड़ी थी लेकिन किसी ने शव को हटाने की कोशिश नहीं की। सीमा विवाद को लेकर शव को ट्रैक पर ही छोड़ दिया गया जो कही से भी उचित नहीं था।