PATNA: बिहार में पिछले कुछ दिनों से स्मार्ट मीटर का मुद्दा काफी गर्म है। अलग-अलग जगहों पर लोग स्मार्ट मीटर का विरोध कर रहे हैं। इस वजह से बिजली विभाग को भी समस्या उठानी पड़ रही है। बिहार में स्मार्ट मीटर को लेकर सियासत भी गर्म है। एक तरफ जहां सरकार स्मार्ट मीटर के फायदे गिना रही है तो वहीं दूसरी तरफ ने इसके खिलाफ आनंदोलन छेड़ दिया है।
दरअसल, बिजली कंपनियां पूरे राज्य में स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू कर चुकी है। सरकार के आदेश पर शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में भी स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं हालांकि कई जगहों से इसके विरोध की खबरें सामने आ रही है। लोगों का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगाने के बाद उनके बिजली का बिल बढ़ जाएगा। वहीं विपक्ष इसे बिजली कंपनी और सरकार की साजिश करार दे रही है।
इसी के खिलाफ बिहार की मुख्य विपक्षी दल आरजेडी मंगलवार से स्मार्ट मीटर के खिलाफ आंदोलन चलाने का एलान कर दिया है। आरजेडी का कहना है कि बिहार में स्मार्ट मीटर के नाम पर लूट मची हुई है। गरीब, किसान औऱ आम उपभोक्ता इससे काफी परेशान है। जिसको देखते हुए आज यानी 1 अक्टूबर से आरजेडी इस गंभीर मसले पर आंदोलन चलाकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी। आज आरजेडी स्मार्ट मीटर उखाड़ फेंको अभियान शुरूकरेगी।
इससे पहले सोमवार को कांग्रेस ने स्मार्ट मीटर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था और जमकर नारेबाजी की थी। बिहार प्रदेश कांग्रेस ने स्मार्ट मीटर के खिलाफ पूरे राज्य में आंदोलन छेड़ने की घोषणा पिछले दिनों की थी। कांग्रेस ने सोमवार को कई जगहों पर स्मार्ट मीटर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि पूंजीपतियों को आगे बढ़ाने के लिए गरीबों का खून चूसा जा रहा है।