PATNA: बिहार के पुलिस मुख्यालय में जहां डीजीपी भट्ठी बैठते हैं, वहां तैनात बिहार पुलिस के एक सिपाही का वीडियो वायरल है. सिपाही कह रहा है-एसपी साहब ने मुझसे महीनों घरेलू नौकर की तरह काम करवाया. किराने का सामान-दूध मंगवाया, घर में खेती करवायी. बीमारी के कारण जब ये काम करने से मना किया तो अब नौकरी के साथ साथ परिवार के जान-माल पर आफत आ गयी है. सिपाही ने बिहार के डीजीपी रजविंदर सिंह भट्टी से गुहार लगायी है. जब वहां से भी कोई जवाब नहीं आया तो अपना वीडियो बनाकर जारी किया.
एसपी साहब ने नौकर बना दिया
जो वीडियो वायरल हुआ है वह चंदन कुमार पांडेय नाम के सिपाही का है. चंदन कुमार पांडेय मूल रूप से किशनगंज जिले में पोस्टेड सिपाही है, लेकिन उसे पटना स्थित पुलिस मुख्यालय के सुरक्षा शाखा में तैनात किया गया है. चंदन कुमार पांडेय पुलिस मुख्यालय के एसपी(सुरक्षा) हरिमोहन शुक्ला के कार्यालय में कार्यरत है. वायरल वीडियो में चंदन कुमार कह रहा है कि एसपी के कारण उसकी मानसिक स्थिति खराब हो गयी है. नौकरी जाने का डर सता रहा है और परिवार के जान-माल पर खतरा मंडरा रहा है.
एसपी ने घरेलू नौकर बना दिया
चंदन कुमार पांडेय ने पिछले 12 अक्टूबर को ही बिहार के डीजीपी के पास अपना आवेदन भेजा था. उसने वायरल वीडियो में पूरे आवेदन को पढ़ा है. चंदन कुमार पांडेय के मुताबिक किशनगंज जिला पुलिस से उसकी प्रतिनियुक्ति पुलिस मुख्यालय में सुरक्षा शाखा में हुई थी, जिसके एसपी हरिमोहन शुक्ला हैं.
सिपाही चंदन कुमार पांडेय वीडियो में कह रहा है कि एसपी हरिमोहन शुक्ला ने उसे आदेश दिया कि वह अपनी बायोमेट्रिक्स हाजिरी पटेल भवन स्थित पुलिस मुख्यालय में लगाकर एसपी के आवास पर पहुंच जाये. वहां सिपाही से एसपी साहब के बेटे को स्कूल से लाने, किराने का सामान, सब्जी, दूध लाने का काम लिया जाता रहा. सिपाही के मुताबिक एसपी साहब का काम करने के लिए उसे हर दिन अपनी मोटरसाइकिल से करीब 45 किलोमीटर सफर करना पड़ता था. इसमें अच्छा खासा पेट्रोल खर्च होता था लेकिन उसे एक चवन्नी भी नहीं दी जाती थी.
सिपाही चंदन कुमार पांडेय के मुताबिक एसपी साहब को बागवानी का शौक है. उनके आवास पर 100 से ज्यादा गमलों में सब्जी और फूल उगाये जाते हैं. एसपी साहब खुद भी खेती करते थे और मुझसे भी खेती कराते थे. सिपाही के मुताबिक-मैं गमलों में पानी डालता था, भारी गमले उठाता था, घास निकालता था. मैं कांस्टेबुल हूं लेकिन माली का काम करता रहा.
बीमारी के बावजूद काम किया
वायरल वीडियो में सिपाही चंदन कुमार पांडेय कह रहा है कि मार्च 2023 में उसके हाथ में टेनोसिनोवाइटिस नाम की बीमारी हो गयी. इसके कारण डॉक्टर ने भारी चीज उठाने से मना कर दिया. लेकिन उसे एसपी साहब के सारे काम करने को मजबूर किया जाता रहा. लेकिन जब बीमारी बढती गयी तो करीब एक महीने पहले एसपी के घर का काम करने से इंकार दिया. सिपाही चंदन कुमार पांडेय के मुताबिक उसने एसपी से एक महीने की छुट्टी ले ली. जब बीमारी कुछ ठीक हुई तो वापस काम पर लौट आया.
सेना की नौकरी नहीं कर पाया
सिपाही चंदन कुमार पांडेय के मुताबिक उसने स्नातक की डिग्री ली है. वह यूपीएससी की सीडीएस परीक्षा भी पास की थी. लेकिन किसी मजबूरी के कारण इंटरव्यू में शामिल नहीं हो पाया था. अगर इंटरव्यू में शामिल होता तो सेना में अधिकारी के पद पर काम कर रहा होता. चंदन कुमार पांडेय ने कहा है कि 2010 में वह बिहार पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात हुआ. 9 सालों तक वह दो आईपीएस अधिकारी के साथ बॉडीगार्ड के तौर पर तैनात रहा और किसी को उससे कोई शिकायत नहीं हुई.
एसपी साहब की गाज गिरी
चंदन कुमार पांडेय नाम का सिपाही वायरल वीडियो में कह रहा है कि एसपी हरिमोहन शुक्ला के घऱेलू नौकर का काम करने से इंकार करने पर उसे वापस किशनगंज भेजने की कोशिश शुरू हो गयी है. जबकि उसने अपनी एकमात्र बेटी का एडमिशन पटना के एक मिशनरी स्कूल में करा रखा है. चंदन कुमार पांडेय कह रहा है कि उसकी एकमात्र इच्छा है कि उसकी बेटी यूपीएससी की परीक्षा पास करे.
लेकिन, एसपी हरिमोहन शुक्ला की ऐसी गाज गिरी है कि वह भारी मानसिक तनाव में आ गया है. सिपाही चंदन के मुताबिक उसने पिछले 12 अक्टूबर को ही बिहार के डीजीपी रजविन्दर सिंह भट्टी को मेल और वाट्सएप के जरिये भेजा था. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. अब डर है कि इस आवेदन की जानकारी एसपी हरिमोहन शुक्ला को हो जायेगी. उसके बाद नौकरी के साथ साथ जान-माल पर भी खतरा उत्पन्न हो जायेगा.