बिहार पुलिस के एक जवान की इलाज के दौरान मौत, शराब पीने के बाद बिगड़ी थी तबीयत, चली गयी थी आंखों की रोशनी

बिहार पुलिस के एक जवान की इलाज के दौरान मौत, शराब पीने के बाद बिगड़ी थी तबीयत, चली गयी थी आंखों की रोशनी

BHAGALPUR: भागलपुर में एक बार फिर जहरीली शराब से मौत का सच सामने आया है। मायागंज अस्पताल में भर्ती बिहार पुलिस के एक जवान की मौत हो गयी है। अस्पताल में इलाज के दौरान चंदन ने यह बताया था कि उसने शराब की हाफ बोतल पी ली थी। जिसके बाद तबीयत बिगड़ने लगी और 5 घंटे बाद उसकी आंखों की रोशनी चली गयी। अब चंदन इस दुनियां में नहीं है। लेकिन इलाज के दौरान उसने मीडिया से जो बातें कही वो हैरान करने वाली है।


जहरीली शराब पीने से हालत बिगड़ने पर सिपाही चंदन कुमार को भागलपुर के मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी है। मृतक बिहार पुलिस का जवान जब अस्पताल में गम्भीर हालत में भर्ती हुआ था तो मीडिया के कैमरे पर शराब पीने की बात बताई थी हालांकि अब पुलिस जवान चंदन की इलाज के दौरान मौत हो गई है। 


मृतक चंदन शेखपुरा जिले के गगाओं गांव के निवासी अखिलेश्वर प्रसाद सिंह का 30 वर्षीय पुत्र था। जिसकी नौकरी हाल ही में बिहार पुलिस में लगी थी। चंदन बांका जिले में ट्रेनिंग कर रहा था। परिजनों ने बताया कि अचानक पेट के दर्द हुआ और उल्टी होने लगी जिसके बाद अस्पताल भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। उसकी शादी पांच साल पहले हुई थी और दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। 


तबीयत बिगड़ने के बाद जब चंदन को अस्पताल में भर्ती कराया गया तब मीडिया ने उनसे बातचीत करने की कोशिश की। मीडिया को बताते हुए चंदन ने कहा कि उसने शराब की हाफ बोतल पी ली थी। जिसके बाद हालत बिगड़ने लगी और अस्पताल में भर्ती कराया गया।जिसके बाद पांच घंटे बाद आंखों की रोशनी भी चली गयी।


चंदन बिहार पुलिस की नौकरी जॉइन कर बेगूसराय जिला बल में योगदान किया था। जिसके बाद वह बांका पुलिस लाइन में ट्रेनिंग कर रहा था और प्रशिक्षण केंद्र में ही शराब की हाफ बोतल विदेशी शराब का सेवन किया था। मौत से पहले चंदन ने खुद कैमरे पर मीडिया को यह जानकारी दी। इस घटना से परिवार वालों के बीच कोहराम मचा हुआ है। हालांकि परिजन मीडिया से बचते नजर आए ।


भागलपुर में जहरीली शराब से मौत मामले में एसएसपी बाबू राम ने बताया कि अरविंद यादव, मोहल्ला साहेबगंज थाना यूनिवर्सिटी मायागंज अस्पताल में भर्ती है, ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि 18 तारीख को होली के दिन ये तथा मिथुन कुमार दोनो सागर चौधरी तथा सचिन चौधरी दोनो पिता श्याम चौधरी, मोहल्ला साहबगंज से दो हाफ बोतल शराब खरीद कर लाये थे। इन दोनों के साथ अभिषेक कुमार भी आ गया तथा इन्होंने मिलकर शराब पी। 


20 मार्च से मायागंज अस्पताल में इलाजरत अभिषेक कुमार ने कई बार प्रयास के बावजूद अभी तक पुलिस को बयान नही दिया है। मिथुन की मृत्यु 20 तारीख को हो गई थी। पोस्टमार्टम में मृत्यु का कारण स्पष्ट नही होने पर विसरा preserve किया गया है। उसके परिजनों ने मृत्यु के कारण के विषय मे जानकारी नही होने की बात पुलिस को बताई थी। अभिषेक के पिता ने भी बीमारी के कारण के विषय में अनभिज्ञता जाहिर की थी। दोनो के परिजनों के बयान की वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई गई थी। 


अरविंद ने बताया कि इन लोगों  ने शराब श्याम चौधरी तथा उसके दो बेटों सागर चौधरी तथा  सचिन चौधरी से खरीदी थी जिसके सेवन से ये लोग बीमार हो गए। सागर चौधरी तथा सचिन चौधरी को 21 मार्च को शराब बरामदगी के केस में गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में इन्होंने  मिथुन तथा अरविंद को होली के दिन शराब बेचने की बात स्वीकार की है। इनसे पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि इनको शराब की सप्लाई सतीश चौधरी पिता विनोद चौधरी, शाहजंगी, थाना हबीबपुर, तथा सोनू कुमार साह उर्फ लोहा सिंह पिता राजेन्द्र साह, ललमटिया के द्वारा की जाती थी।


 ये दोनों लोग गोड्डा से सस्ती विदेशी शराब लाकर सप्लाई करते थे। सोनू साह को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने पूछताछ में सतीश चौधरी के साथ मिलकर गोड्डा से शराब लाकर सप्लाई करने की बात स्वीकार की है। सतीश चौधरी के पिता विनोद चौधरी को शराब के साथ कल ही गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। सतीश चौधरी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। अरविंद यादव के बयान के आधार पर श्याम चौधरी, सागर चौधरी, सचिन चौधरी, सतीश चौधरी, सोनू सह उर्फ लोहा सिंह तथा अन्य के विरुद्ध हत्या, हत्या का प्रयास, जहरीले पदार्थ को खिलाकर नुकसान पहुंचाना,आपराधिक षड्यंत्र रचना आदि धाराओं के अंतर्गत केस दर्ज किया जा रहा है।