SAHARSA : खबर बिहार सहरसा से निकल कर सामने आ रही है। यहां सहरसा स्टेशन से ट्रेन खुलने के कुछ देर बाद ही ट्रेन पर पथराव कर दिया गया। पत्थर लगने से कई यात्री घायल हो गए। इनमें एक महिला और नगर निगम के रजिस्ट्रार दीपक कुमार भी शामिल हैं। इस घटना के बाद रेल यात्री में अफरा - तफरी का माहौल कायम हो गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, सहरसा में असामाजिक तत्वों ने यात्रियों से भरी एक ट्रेन में पथराव कर दिया। घटना मंगलवार शाम करीब 6 बजे की है, जिसमें एक महिला को सिर में चोट लग गई। वहीं कुछ अन्य यात्री भी पत्थर लगने से घायल हुए हैं। पथराव होने के बाद ट्रेन की बोगी में अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया। यात्री सीट के छुपकर अपनी जान बचाते हुए नजर आए।
दरअसल, सहरसा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म 1 से पूर्णिया कोर्ट के लिए शाम 6 बजे पैसेंजर ट्रेन रवाना हुई। ट्रेन करीब 15 मिनट की देरी से खुली। थोड़ी देर बाद शहर के झपड़ा टोला रेल फाटक संख्या 106 पास पर जैसे ही ट्रेन पहुंची, बाहर से बोगी में पथराव कर दिया गया। जिसमें खिड़की के पास बैठी एक महिला समेत चार यात्रियों को पत्थर लगने से चोट लग गई। महिला यात्रा धुलिया देवी के सिर में चोट लगी है, वह मधेपुरा की रहने वाली है। वहीं सहरसा नगर निगम के रजिस्ट्रार दीपक कुमार भी पत्थर लगने से घायल हुए हैं। दो अन्य चोटिल यात्रियों का नाम शिवशंकर और मोहम्मद निजाम है।
उधर, इस घटना की जानकारी मधेपुरा से समस्तीपुर के आरपीएफ कमांडेंट और बनमनखी के आरपीएफ इंस्पेक्टर को दी गई। बनमनखी के आरपीएफ इंस्पेक्टर निरंजन कुमार ने कहा कि महिला यात्री को फर्स्ट एड दिया गया। घटनास्थल सहरसा के क्षेत्राधिकार में पड़ता है। वहां की टीम ही जांच करेगी। फिलहाल असामाजिक तत्वों के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई किए जाने की कोई खबर नहीं है।