बिहार में वीडियो वायरल कर युवक बोला: मैंने बेची थी जहरीली शराब जिससे 17 लोग मरे थे, थाने को नोट का बंडल भेजता हूं, SP मेरे पॉकेट में है

बिहार में वीडियो वायरल कर युवक बोला: मैंने बेची थी जहरीली शराब जिससे 17 लोग मरे थे, थाने को नोट का बंडल भेजता हूं, SP मेरे पॉकेट में है

BHAGALPUR: शराबबंदी वाले सुशासन की एक औऱ नंगी हकीकत सामने आयी है। भागलपुर में एक युवक का वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में युवक कह रहा है-4 महीने पहले जिस जहरीली शराब से मौत हुई थी, वह मैंने ही बेची थी। थाना-पुलिस मेरा क्या बिगाड़ लेगा। भागलपुर एसपी मेरे पॉकेट में रहते हैं तो थाने में नोटों का बंडल जाता है। मैं तो रोज थाने के सामने छोला-भटूरा खाने जाता हूं।


बता दें कि चार महीने पहले बिहार के कई जिलों में जहरीली शराब कांड हुआ था. भागलपुर में जहरीली शराब पीने से 17 लोगों की जान चली गयी थी. मृतकों के परिजन कह रहे थे कि मरने वाले सभी लोगों ने शराब पी थी लेकिन प्रशासन ने शराब से मौत होने की बात को ही खारिज कर दिया था. जिला प्रशासन की रिपोर्ट में उन सभी की मौत बीमारी से होने की बात कही गयी थी. अब हकीकत बताने वाला वीडियो सामने आया है। 


हां, मैंने बेची थी जहरीली शराब

जहरीली शराब कांड के चार महीने बाद एक युवक का वीडियो वायरल हुआ है. इस वीडियो में एक युवक ने शराब के खेल को खोला है. वह वीडियो में खुद को भागलपुर के मुजाहिदपुर थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर चंडी प्रसाद लेन का रहने वाला बता रहा है. युवक कह रहा है कि उसका नाम भरत कुमार और अपने पिता सुरेश राम के साथ रहता है। 


वीडियो में भरत कह रहा है कि भागलपुर में जो जहरीली शराब से मौत हुई थी उसमें उसने ही शराब बेची थी. वह कह रहा है-हां...मैंने ही वह शराब सप्लाई की थी. पुलिस-प्रशासन मेरा कुछ भी नहीं बिगाड़ पाया. मैं तो मुजाहिदपुर थाने के सामने रोज छोला-भटूरा खाने जाता हूं. पुलिस मुझ पर हाथ डालने की कोशिश नहीं कर सकती. भरत का वीडियो बनाने वाला शख्स पूछता है कि क्या उसे पुलिस का डर नहीं है. उसके बाद वह साफ साफ कहता है कि थाना से लेकर उपर तक सभी को मोटी रकम दी जाती है। 


एसएसपी बोले-मुझे पता नहीं

युवक का वीडियो वायरल होने के बाद मीडिया ने भागलपुर के SSP बाबुराम से बात की. एसएसपी ने कहा- मैंने अभी वीडियो नहीं देखा है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई करेगी.  लेकिन सवाल ये उठता है कि पुलिस कार्रवाई कैसे करेगी. पुलिस तो जहरीली शराब से मौत को बीमारी से मौत करार दे चुकी है. चार महीने पहले जब जहरीली शराब से मौत हुई थी. उसके बाद सारे मृतकों का अंतिम संस्कार कर दिया गया. यानि सारे सबूत खत्म. पुलिस ने सिर्फ दो मृतकों का बेसरा रिजर्व किया. ताकि बेसरा जांच से उनकी मौत का कारण पता चल सके. लेकिन अब तक बेसरा की जांच और उसकी रिपोर्ट नहीं आ पायी है।