बिहार में 15 लोगों की मौत, बाढ़ के पानी में डूबने से गई जान

बिहार में 15 लोगों की मौत, बाढ़ के पानी में डूबने से गई जान

PATNA :  बिहार में कोरोना महामारी के बीच बाढ़ की स्थिति भयावह होते जा रही है. राज्य सरकार ने अगले कुछ दिनों में भारी वर्षा की आशंका को देखते हुए अलर्ट जारी किया है. बिहार में 14 जिलों के 112 प्रखंडों की 49 लाख की आबादी बाढ़ से ग्रसित है. रविवार को बाढ़ की पानी में डूबने से 15 की मौत हो गई. बांध टूटने से कई इलाकों में लोगों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है.


बिहार के कई जिलों में बाढ़ अपना विकराल रूप धारण कर चुका है. लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं. बांध टूटने से कई इलाकों में भारी तबाही मची हुई है. बिहार में रविवार को बाढ़ के पानी में डूबने से अबतक 15 की मौत हो गई. मरने वालों में सहरसा के 4, गोपालगंज, पश्चिम चंपारण और शिवहर के दो-दो लोग शामिल हैं. इसके अलावा पूर्णिया, कटिहार, छपरा, मधुबनी और पूर्वी चंपारण जिले में एक-एक लोगों की जान गई. 


राज्य सरकार ने अगले कुछ दिनों में भारी वर्षा की आशंका को देखते हुए दरभंगा और समस्तीपुर को किसी भी हालत से निबटने के लिए अलर्ट किया है.  उधर दूसरी ओर मुजफ्फरपुर जिले में मुरौल और दरधा में बांध टूटने से अफरा-तफरी का माहौल है. उत्तर बिहार में तिरहुत नहर, बाया नदी और जमींदारी तटबंध टूट गए हैं. समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर दसवें दिन भी ट्रेन परिचालन ठप है.


बिहार में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए 19 राहत शिविर चलाये जा रहे हैं, जिनमें 27 हजार लोग ठहराये गये हैं. 1340 सामुदायिक किचेन चलाये जा रहे, जिनमें 8.82 लाख लोगों को प्रतिदिन भोजन कराया जा रहा है. सूचना सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ राहत केंद्रों में कोरोना जांच के निर्देश दिये हैं.


मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉल कर कोरोना मरीजों की जानकारी लेन का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया है. इसके साथ ही सभी जिलों में एंबुलेंस की पर्याप्त संख्या होने तथा वेंटिलेटर के साथ आइसीयू की सुविधा उपलब्ध करयी गयी है.