बिहारी मजदूरों के लिए मसीहा बने सोनू सूद की सिवान में मूर्ति लगाने की तैयारी, सोनू का जवाब सुनकर आप भी हो जायेंगे मुरीद

बिहारी मजदूरों के लिए मसीहा बने सोनू सूद की सिवान में मूर्ति लगाने की तैयारी, सोनू का जवाब सुनकर आप भी हो जायेंगे मुरीद

DESK : कोरोना महामारी के बीच प्रवासी बिहारी मजदूरों के लिए मसीहा बन गये फिल्म अभिनेता सोनू सूद आम लोगों के बीच सुपर हीरो बन गये हैं. सोनू सूद की मदद से मुंबई से बिहार लौटे मजदूरों ने बिहार के सिवान में उनकी प्रतिमा लगाने का फैसला लिया है. लेकिन इसके जवाब में सोनू सूद ने जो कहा है उसे जानकर आप भी इस सुपर हीरो के मुरीद हो जायेंगे.


सिवान में सोनू सूद की प्रतिमा लगाने की तैयारी
दरअसल बिहार के सिवान के कई लोग मुंबई में फंसे हुए थे. वे सरकार के पास गुहार लगा कर थक चुके थे. बाद में उन्होंने सोनू सूद से मदद मांगी. तत्काल मदद मिली और लोग वापस अपने घऱ सिवान पहुंच गये. इसके बाद ट्विटर पर एक शख्स ने उन्हें टैग करते हुए कहा है कि बिहार के सिवान जिले में उनकी मूर्ति बनाने की तैयारी चल रही है. ट्वीटर पर उस शख्स ने लिखा “'बिहार के सिवान में लोग आपकी मूर्ति बनवाने के तैयारी में हैं. सलाम सर, बहुत-बहुत प्यार आपको.”



सोनू सूद का जवाब सुनकर आप भी हो जायेंगे मुरीद
इसके बाद सोनू सूद ने जो जवाब दिया उसे जानकर भी आप भी इस फिल्म अभिनेता के मुरीद हो जायेंगे. सोनू सूद ने लिखा - भाई उस पैसे से किसी गरीब की मदद करना. सोनू सूद ने अपने इस जवाब से लाखों लोगों का दिल जीत लिया है. इसके बाद उनकी तारीफ करने वालों का तांता लग गया है. ट्वीटर पर लोगों ने कई मजेदार कॉमेंट किए हैं. किसे ने प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग करते हुए सोनू सूद के लिए भारत रत्न की डिमांड की है तो कोई उन्हें रियल ह्यूमन बीइंग बता रहा. लोग उनकी तारीफें करते हुए थक नहीं रहे और जमकर उनके पोस्ट को रीट्वीट कर रहे हैं.


गौरतलब है कि सोनू सूद इस वक्त लगातार प्रवासी मजदूरों की सेवा में जुटे हैं और कोरोना संकट के बीच वे गरीबों के लिए सुपरहीरो बनकर सामने आये हैं. महाराष्ट्र में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने की उन्होंने जिम्मेदारी ले ली है और अपने इस काम को वह बखूबी निभा रहे हैं. घर लौटने का महीनों से इंतजार कर रहे इन लाचार लोगों के लिए केवल बसों का ही इंतजाम नहीं कर रहे सोनू सूद बल्कि रास्ते में उनके खाने-पीने की व्यवस्था के साथ उन्हें वहां से भेज रहे हैं. जाहिर सी बात है कि जिनके लिए वह ऐसा कर रहे हैं उनके लिए वह किसी भगवान से कम नहीं. सोनू इस वक्त अपने सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव हैं. जो कोई भी लोग वापस घर लौटने के लिए बेचैन हैं वे ट्वीट के जरिए भी उनसे सम्पर्क साध रहे हैं. सोनू ऐसे हर ट्वीट का जवाब दे रहे हैं और उसपर फौरन ऐक्शन भी ले रहे हैं.


बता दें, सोनू इंडस्‍ट्री के पहले ऐसे ऐक्‍टर हैं जो प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के लिए बसों की व्यवस्था कर रहे हैं. इन प्रवासियों के लिए सोनू ने व्यक्तिगत रूप से व्‍यवस्‍था की और उन्हें भोजन किट भी प्रदान की. इससे पहले भी सोनू सूद पंजाब के डॉक्टर्स को 1,500 पीपीई किट्स डोनेट कर चुके हैं. यही नहीं, उन्‍होंने रमजान के मौके पर हजारों प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन का इंतजाम किया.  इससे पहले ऐक्‍टर ने मुंबई में स्थित अपना होटेल भी मेडिकल स्टाफ के आराम के लिए खोल दिया था.


लॉकडाउन के बीच देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में फंसे बिहारी मजदूरों के लिए बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद मसीहा बनकर सामने आये हैं. घर वापसी के लिए मदद के लिए गुहार लगा रहे बिहार के मजदूरों को जब कोई सहारा नहीं मिला तो सोनू सूद फरिश्ता बन कर सामने आये हैं. बिहार ही नहीं बल्कि देश के दूसरे राज्यों के कई मजदूरों की भी सोनू सूद ने काफी मदद की है.


परसो मां गोद में सोएगा
दरभंगा के पांच मजदूर मुंबई में फंसे हैं. उन्होंने बिहार सरकार के हेल्पलाइन नंबर से लेकर महाराष्ट्र सरकार के पास दर्जनों बार गुहार लगायी. कोई सुनवाई नहीं हुई तो ट्वीटर पर सोनू सूद से फरियाद लगायी. ट्वीटर पर एक मजदूर ने सोनू सूद से मदद मांगते हुए लिखा,


“सर हम 5 आदमी है दरभंगा बिहार भेज दो ना सर मुम्बई सेंट्रल के पास से.”


कुछ देर बाद उसे सोनू सूद की ओर से जवाब आ गया. सोनू सूद ने लिखा


“ परसों माँ की गोद में सोएगा मेरे भई. सामान बांध.”


अम्मी-अब्बू से कह दो जल्दी मिलते हैं.


बिहार के ही एक मजदूर शेख जावेद ने ट्वीटर पर गुहार लगाते हुए लिखा. “सर मुझे अम्मी-अब्बू के पास जाना है. वो गांव में अकेले हैं और परेशान हैं. वे बीमार भी हैं. भाई आप मेरी मदद करें, मैं संगम विहार, वडाला, मुंबई में रहता हूं.”


सोनू सूद ने उसे जवाब देते हुए लिखा -


“ अम्मी-अब्बू को कह दो जल्दी मिलते हैं. डिटेल्स भेजो,”

दरभंगा के पांच मजदूरों और शेख जावेद की गुहार तो बानगी भर है. इससे पहले एक दूसरे मजदूर ने उन्‍हें ट्वीट किया


“सोनू सूद भाई हमलोग 16 दि‍न से पुलिस चौकी का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन हम लोग का काम नहीं हो रहा हम लोग धारावी में रहते हैं बिहार जाना है.”


कुछ देर में उसे भी सोनू सूद का जवाब मिल गया. सोनू सूद ने उसे रिप्‍लाई करते हुए लिखा  “चक्कर करना बंद करो और जल्दी डिटेल्स भेजो.”


मजदूरों की मदद के लिए लगातार एक्टिव सोनू सूद के ऐसे जवाब से मजदूरों में खुशी दौड जा रही है. 


बिहार के किशनगंज के मजदूरों ने सोनू सूद को ट्वीट कर कहा हमलोग किशनगंज के लोग हैं और मुंबई के नालासोपारा में फंसे हुए हैं. सोनू सूद ने जवाब दिया-फंसे हुए थे, अब नहीं.चल डिटेल भेज. दरभंगा के मजदूरों की जब सोनू सूद ने मदद कर दी तो उनमें से एक शख्स ने फिर ट्वीट किया. भाई, कुछ लोग और फंसे हैं, बात बन जाये तो मुझे कॉल करियेगा.


सोनू सूद ने जवाब दिया- बात बन गयी, चलो.


बिहार पहुंच कर सब को सलाम कहना


ऐसा नहीं है कि सोनू सूद सिर्फ ट्वीटर पर घोषणायें कर रहे हैं. प्रवासी मजदूरों के लिए लगातार उनके द्वारा बसों की व्यवस्था की जा रही है. ऐसी कई बसें मजदूरों को लेकर मुंबई से रवाना हो गयी हैं. ऐसी ही एक बस पर सवार होकर वापस बिहार लौट रहे युवक ने जब सोनू सूद को धन्यवाद दिया तो सोनू सूद ने लिखा


“बोला था न कि कल मां के हाथ का खाना खाओगे. बिहार पहुंच कर सबको मेरा सलाम कहना”


बात सिर्फ बिहार के मजदूरों की नहीं है. देश के दूसरे राज्यों के मजदूर मुंबई में फंसे हैं. सोनू सूद उनकी भी मदद कर रहे हैं. मुंबई में फंसे उत्तर प्रदेश के एक निवासी ने ट्वीटर पर लिखा,

' सर हमलोग यूपी से हैं क्‍या हमारे लिए कुछ हो सकता है.' 

इसके जवाब में अभिनेता सोनू सूद ने लिखा,' भाई कुछ क्या.. सब कुछ हो सकता है. उसके लिए उपका डिटेल्स भेजने का कष्ट करना पड़ेगा.'


उत्तर प्रदेश के ही एक और व्यक्ति ने लिखा,' सर मेरे गाँव के 30 लोग जिसमें से कुछ महिलाएं भी है, वे लोग मुंबई मे फंसे है, उन्हे घर जाना है, जहाँ है वहा का पता और जहां जाना है वहां का पता दे रहा हूं.’


उसे जवाब देते हुए सोनू सूद ने लिखा,


' उनसे कहो सम्पर्क करें. उनका गाँव बुला रहा है.'