PATNA : देश में बेकाबू हुई कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने सरकार से लेकर आम लोगों तक की सांसों थाम लिया है. महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब और मध्यप्रदेश में विकराल रूप धारण कर लिया कोरोना अब बिहार में भी आफत मचा रहा है. सरकार की ओर से जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक बिहार में हर 10 मिनट में दो दर्जन से ज्यादा लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं.
रविवार को बिहार सरकार की ओर से जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक पिछले 24 घंटे में राज्य में 3 हजार 756 कोरोना के नए केस सामने आए हैं. वहीं राजधानी पटना में सर्वाधिक 1382 नए केस मिले हैं. इसके साथ ही राज्य में एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 14 हजार 695 हो गई है. पटना के अलावा भागलपुर में 302, गया में 290, जहानाबाद में 165, मुंगेर में 102, मुजफ्फरपुर में 191 और सीवान में 108 नए मामले सामने आये हैं. ये जिले भी अब धीरे-धीरे डेंजर जोन में आने लगे हैं.
बिहार सरकार के मुताबिक रविवार को 24 घंटे में 99023 लोगों की जांच कराई गई है, जिसमें 3756 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में 6 मौत हुई है. पटना एम्स में एक, एमएमसीएच में तीन और पीएमसीएच में एक व्यक्ति की मौत हुई है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक बिहार में अब तक 1610 लोगों की मौत हो चुकी है.
बिहार में बिगड़ते हालात को देखते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय से राज्य में कोरोना की रोकथाम के लिए उठाए जा रहे कारगर उपायो के बारे में व्यापक चर्चा की. उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से आग्रह किया कि पटना एम्स को अविलंब कोरोना के लिए समर्पित अस्पताल (डेडिकेटेड हॉस्पीटल) घोषित किया जाए.
रविशंकर प्रसाद ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय से आग्रह किया कि पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल और नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना के बेड की संख्या बढ़ाई जाए और ऑक्सीजन, दवा आदि की उचित व्यवस्था की जाए. साथ ही उन्होंने पटना में कोरोना की जांच के अभियान को और तेज करने का आग्रह किया.