PATNA : बिहार में पूर्ण रूप से शराबबंदी है. राज्य में इस कानून को लागू हुए 4 साल से भी अधिक समय बीत गए लेकिन इसके बावजूद भी इस कानून का डर लोगों में या फिर शराब की तस्करी करने वालों में नहीं दिख रहा है. बिहार सरकार के आंकड़े के मुताबिक इस साल 2020 में टोटल 1 करोड़ लीटर से अधिक शराब पकड़ी गई. जिसमें 33 लाख लीटर देसी और 71.66 लाख लीटर विदेशी शराब शामिल है.
बिहार पुलिस और मद्य निषेध इकाई ने नवंबर महीने तक 1.04 करोड़ लीटर शराब पकड़ी है. आंकड़े के मुताबिक बिहार में हर घंटे औसत 1341 लीटर अवैध शराब पकड़ी जा रही है. यानी कि हर एक मिनट में 22 लीटर शराब पुलिस और मद्य निषेध विभाग की टीम मिलकर पकड़ती है. दिसंबर में मद्य निषेध विभाग की उत्पाद की टीम ने छापेमारी कर 95534 लीटर शराब जब्त की है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सबसे अधिक शराब मुजफ्फरपुर, वैशाली, सारण और गोपालगंज जिले से पकड़ी गई. मुजफ्फरपुर में सबसे अधिक 8,39,047 लीटर, वैशाली जिला से 7,38,771 लीटर, सारण से 7,10,635 लीटर, गोपालगंज से 6,85,905 लीटर और पटना से 6,47,541 लीटर शराब जब्त की गई. रेलवे जोन की अगर बात करें तो जमालपुर रेल जोन से 1.17 लाख लीटर, पटना रेल जोन से 83327 लीटर, मुजफ्फरपुर रेल जोन से 40,467 लीटर और कटिहार 20565 रेल जोन से लीटर शराब पकड़ी गई.
मद्य निषेध विभाग की उत्पाद टीम ने सिर्फ दिसंबर महीने में 7111 जगहों पर छापेमारी कर 95,534 लीटर शराब जब्त की है. इसमें 42,913 लीटर देसी और 52,621 लीटर विदेशी शराब शामिल है. इस दौरान टीम ने 615 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है.