DELHI: बिहार में विधानसभा चुनाव में अभी करीब एक साल बाकी है, लेकिन उसकी सुगबुगाहट शुरू हो गयी है. चुनाव की तैयारी के लिए तेजस्वी यादव यात्रा पर निकले हैं. बीजेपी और जेडीयू अपना कोओर्डिनेशन ठीक करने का एलान कर रहे हैं. लेकिन एनडीए में घमासान छिड़ने के आसार भी नजर आने लगे हैं. एनडीए में शामिल पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर बड़ी बात कह दी है.
पुराने फार्मूले पर नहीं होगी सीट शेयरिंग
राष्ट्रीय लोक मार्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे पर अलग तेवर दिखाये. कुशवाहा ने कहा कि बिहार में अगला विधानसभा चुनाव एनडीए के घटक दल मिलकर लड़ेंगे, लेकिन सीटों के बंटवारे का फार्मूला वह नहीं होगा, जो लोकसभा चुनाव में था. लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग का फार्मूला सिर्फ उसी चुनाव के लिए था. विधानसभा चुनाव में अलग तरीके से सीटों का बंटवारा होगा.
लोकसभा चुनाव में गलती हुई
कुशवाहा ने कहा कि कुशवाहा ने कहा कि लोकसभा के फॉर्मूला से नुकसान हुआ है. इससे एनडीए की सीटें कमी. इसलिए अब इसमें सुधार होगा. कुशवाहा ने कहा- “विधानसभा और लोकसभा में सीटों के बंटवारे का फार्मूला अलग-अलग तो होता ही है. लोकसभा का जो फॉर्मूला तय हुआ था, उससे थोड़ा नुकसान हुआ है. पुराने अनुभव के आधार पर आदमी आगे करेक्ट करता है. इसलिए करेक्शन होगा. विधानसभा चुनाव में नये सिरे से बात होगी.”
सीटों के बंटवारे में झमेला होगा
उपेंद्र कुशवाहा ने खुल कर तो कुछ नहीं कहा कि लेकिन इतना संकेत जरूर दे दिया कि एनडीए में सीटों का बंटवारा आसान नहीं होगा. बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में जिस तरह से उन्हें सिर्फ एक सीट दिया था, वैसा विधानसभा चुनाव में नहीं होगा. सूत्र बता रहे हैं कि कुशवाहा अपनी पार्टी के लिए कम से कम 30 विधानसभा सीट मांगने वाले हैं.
वैसे बिहार में एनडीए में अभी बीजेपी के साथ साथ जेडीयू, चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी, रामविलास (लोजपा-आर), पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा), जीतनराम मांझी की हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल है. एनडीए में 6 पार्टियां पहले से हैं. वहीं, मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी की एनडीए में वापसी की चर्चा हो रही है. ऐसे में छह से सात दलों के बीच सीटों का बंटवारा करना बेहद मुश्किल होगा. 2020 के विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी एनडीए से अलग लड़ी थी. पिछले विधानसभा चुनाव में जेडीयू 115, बीजेपी 110, वीआईपी 11 और हम 7 सीटों पर लड़ी थी.