MADHUBANI: रविवार को मधुबनी के फुलपरास से खबर आयी थी कि बिहार की परिवहन मंत्री शीला कुमारी के बॉडीगार्ड ने एक बस ड्राइवर को थप्पड़ जड़ दिया. इसके बाद आक्रोशित बस चालक और स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर दिया. इसके कारण मंत्री का काफिला 20 मिनट तक जाम में फंसा रहा. आज मंत्री का काफिला रोकने की सजा दे दी गयी. मंत्री ने अपने खिलाफ बड़ी साजिश का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करा दिया. पुलिस ने तुरंत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. 23 अन्य की तलाश की जा रही है.
बता दें कि रविवार को ये वाकया मधुबनी के फुलपरास बाजार के लोहिया चौक के पास हुआ था. मंत्री शीला कुमारी के काफिले को एक बस ने आगे निकलने का रास्ता नहीं दिया तो बॉडीगार्ड ने बस चालक को पीट दिया था. इसके बाद बस ड्राइवर और स्थानीय लोगों ने सड़क जाम किया था. स्थानीय पुलिस ने वहां पहुंच कर लोगों को समझा कर सड़क जाम हटवाया था.
मंत्री ने कहा-मेरे खिलाफ बड़ी साजिश थी
मधुबनी के फुलपरास थाने में परिवहन मंत्री शीला कुमारी मंडल के काफिले को साइड नहीं देने और हंगामा कर 20 मिनट तक जाम में फंसाने के मामले में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इसमें 10 नामजद और 15 अज्ञात लोगों पर आरोप लगाया गया है. पुलिस ने तत्काल दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. फुलपरास थाने में साजिश रचने से लेकर सरकारी काम में बाधा डालने समेत गंभीर आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस ने इस मामले में फुलपरास के रंजन यादव और हनुमाननगर निवासी शत्रुघ्न कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया है.
थाने में मंत्री के आप्त सचिव नूर हसन आजाद ने प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमे कहा गया है कि परिवहन मंत्री शीला कुमारी बारह बजकर पांच मिनट में अपने घर से पांच गाड़ियों के काफिले के साथ जा रही थी. रास्ते में बारह बजकर पंद्रह मिनट में लोहिया चौक पर शिवलोक और समीर ट्रेवल्स नामक बस ने रास्ता जाम कर रखा था. मंत्री के एस्कॉर्ट में शामिल पुलि जवानों ने जाकर डांटा तो उन्होंने काफिले को जाने दिया. मंत्री शीला कुमारी की गाड़ी और एक एस्कॉर्ट वाहन आगे बढ़ा ही था कि फिर से रोड जाम कर दिया गया जिससे मंत्री का सुरक्षा चक्र टूट गया.
वैसे कल पथराव और मारपीट की बात सामने नहीं आयी थी. अब कहा गया है कि असमाजिक तत्वों ने मंत्री के काफिले पर पथराव किया और सुरक्षाकर्मियों और जेडीयू के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट किया. हमला करने वालों ने एक वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया. मंत्री के आप्त सचिव ने अपनी प्राथमिकी में कहा है कि साजिश के तहत मंत्री के काफिले को रोका गया. हमलावर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे.
मंत्री शीला कुमारी की ओर से दर्ज करायी गयी एफआईआर में प्राथमिकी में शंकर यादव, रामकृष्ण यादव, अरुण यादव, अरविंद यादव, दीपक यादव, रंजन यादव, रंजीत यादव, जयवीर झा, शत्रुघ्न कुमार यादव के साथ साथ शिवलोक ट्रेवल्स के मालिक दीपक सिंह और अन्य लोगों को अभियुक्त बनाया गया है.