बिहार में कैसी शराबबंदी ? दोस्त संग शराब के नशे में धूत मुखिया हुआ अरेस्ट, शिकायत करने पर देता था धमकी

बिहार में कैसी शराबबंदी ? दोस्त संग शराब के नशे में धूत मुखिया हुआ अरेस्ट, शिकायत करने पर देता था धमकी

MUZAFFARPUR: बिहार में शराबबंदी कानून लागू है। राज्य के अंदर कहीं भी शराब पीना या इससे जुड़ा किसी भी तरह का कोई भी कारोबार करना गैरकानूनी माना गया है। इसके देखरेख को लेकर पुलिस महकमे में अलग टीम ही तैयार की गई है। इसके बावजूद इस कानून की वस्तुस्थिति क्या है वह किसी से छुपी हुई नहीं है। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला मुजफ्फरपुर से निकलकर सामने आया है जहां शराब के नशे में धूत मुखिया समेत दो लोगों को अरेस्ट किया गया है।


दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री लगातार राज्य में शराबबंदी होने का दावा करते हैं। इतना ही नहीं उनके तरफ से राज के तमाम जनप्रतिनिधियों से यह शपथ दिलवाया जाता है कि वह शराब का सेवन नहीं करेंगे। इसके बावजूद अब मुजफ्फरपुर से एक मुखिया के शराब के नशे में अरेस्ट किया गया है। इसके बाद राज्य में लागू शराबबंदी कानून पर सवाल उठाना शुरू हो गया है।


मिली जानकारी के अनुसार, मुजफ्फरपुर जिले के काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र इलाके में दरोगा साकेत कुमार दलवल के साथ गस्ती कर रहे थे। इसी दौरान किसी ने यह सूचना दी की आरडीएस कॉलेज चौक के समीप दो लोग हंगामा कर रहे हैं।इसकी सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने अपना नाम देवेंद्र कुमार और संजीव कुमार बताया। पुलिस टीम ने दोनों को थाना लेकर आई और ब्रेथ एनालाईजर टेस्ट की तो दोनों के शराब पीने की पुष्टि हुई। 


वहीं, इस मामले का आरोपी देवेंद्र कुमार मांझी ने पुलिस को बताया कि वह कुढ़नी प्रखंड के हरिशंकर मनियारी का मुखिया भी है। हालांकि, शराब के नशे में होने के कारण पुलिस ने मुखिया जी को गिरफ्तार कर लिया। 


इधर, मुखिया जी के बारे में क्षेत्र में चर्चा है कि अपने ग्राम पंचायत क्षेत्र में सरकारी योजनाओं से जो काम करते हैं उसमें अपनी मर्जी के अनुसार सब कुछ करते हैं अगर कोई ग्रामीण इसका विरोध करता है या फिर गुणवत्ता पर सवाल उठता है तो मुखिया जी केस में फसाने की धमकी देते हैं। हमेशा चर्चाओं में रहने वाले मुखिया जी अब शराब के नशे में अपने साथी के साथ शहर में हंगामा करते गिरफ्तार हो गए हैं।