बिहार में जहरीली शराब से 37 की मौत.. जांच के लिए टीम गठित, पुलिस हेडक्वार्टर से होगी मॉनीटरिंग

बिहार में जहरीली शराब से 37 की मौत.. जांच के लिए टीम गठित, पुलिस हेडक्वार्टर से होगी मॉनीटरिंग

PATNA : बिहार में शराबबंदी के दावों की पोल इस बार होली में खोलकर रख दी है. यहां बिहार के अलग-अलग जिलों से शराबबंदी के बावजूद शराब पीने की वजह से लगभग 37 लोगों की मौत हो चुकी है. भागलपुर बांका और मधेपुरा में कई लोगों की जान शराब पीने की वजह से हुई है. हालांकि अधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं की जा रही है, लेकिन इन मौतों की जांच शरू हो गई है. 


भागलपुर, मधेपुरा और बांका में संदिग्ध परिस्थियों में हुई मौत के मामले की समुचित जांच शुरू हो गयी है. पुलिस मुख्यालय इस पूरे मामले की मॉनीटरिंग करने में जुटा हुआ है. इस पूरे मामले में एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि दोनों क्षेत्रों से मौत से जुड़ी जितनी भी खबरें आ रही हैं, उन सभी की बारीकी से जांच करने का आदेश संबंधित एसपी को दे दिया गया है.


एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि अब तक की जांच में बहुत मिली-जुली बातें सामने आ रही हैं. कुछ स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा रहा है कि मौत का कारण जहरीली शराब ही है या कुछ अन्य. फिलहाल इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगी. एसपी के स्तर से इस पूरे मामले की जांच की जा रही है. रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.


बता दें कि बांका व मधेपुरा जिले में संदेहास्पद स्थिति में 37 लोगों की मौत हो गयी. इनमें भागलपुर में 22, बांका में 12 व मधेपुरा में तीन लोगों की जान चली गयी. मौत का यह सिलसिला शनिवार रात से लेकर रविवार दिन तक चला. बीमार होने वाले लोगों की एक ही शिकायत थी- पेट दर्द, उल्टी व दिल की धड़कन का तेज होना. 


घटना के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया और छापेमारी के साथ ही अस्पताल में इलाज की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की गयी. डीएम व एसएसपी के साथ ही संबंधित जिलों के अधिकारी भी इस घटना पर लगातार नजर रखे हुए थे और संबंधित अधिकारियों से मिलकर दिशा-निर्देश देते रहे.