JAMUI: बिहार में एक के बाद एक रेलवे की लापरवाही सामने आ रही है। जमुई के जसीडीह-झाझा रेलखंड पर झाझा के नरगंजो रेलवे स्टेशन के पास आज भी एक बड़ा रेल हादसे होते-होते टल गया। यहां रेलवे पटरी में दरार आने के बाद रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। जब पटरी के ऊपर से हावड़ा-मोकामा पैसेंजर ट्रेन गुजरी तो ट्रेन के गार्ड को कुछ असामान्य झटके महसूस हुए। गार्ड ने इस बात की जानकारी रेल प्रशासन को दी। घटना की जानकारी मिलते ही इस रेलखंड पर ट्रेनों को परिचालन रोक दिया गया। करीब डेढ घंटे तक इस रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा।
दरअसल, नरगंजो स्टेशन से गुजरने के दौरान हावड़ा मोकामा पैसेंजर के गार्ड को तेज झटके महसूस हुए। गार्ड की सूचना पर जब रेलकर्मियों ने जांच कि तो पटरी में दरार की बात सामने आई। इसके बाद आनन-फानन में रेलवे के अधिकारी और टेकनिशियन मौके पर पहुंचे और पटरी को ठीक किया। करीब डेढ़ घंटे बाद इस रेलखंड पर परिचालन शुरू हो सका। इस दौरान कई ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी रहीं। गनीमत की बात रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुई। गार्ड की तत्परता से आज फिर एक बड़ा हादसा होते होते टल गया।
बता दें कि बिहार में लगातार रेलवे की लापरवाही सामने आ रही है। बीते 18 दिसंबर को भी नालंदा में राजगीर-बख्तियारपुर रेलखंड के चैनपुरा रेलवे क्रॉसिंग के पास टूटी हुई रेलवे पटरी से कई मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें गुजर गई थीं। गनीमत इस बात की रही को कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ था। 14 दिसंबर को भागलपुर में बड़ा रेल हादसा होते-होते टल गया था। भागलपुर-किउल रेलखंड के सुल्तानगंज स्टेशन के पास मालदा-किउल इंटरसिटी एक्सप्रेस की कपलिंग खुल गई थी जिससे ट्रेन दो हिस्सों में बंट गई थी। इससे पहले 3 दिसंबर को रोहतास में भी गया-दीनदयाल उपाध्याय रेलखंड पर सासाराम और करबंदिया स्टेशन के बीच चलती ट्रेन की दो बोगियां खुलकर अलग हो गईं थी। महाबोधि एक्सप्रेस ट्रेन की दो बोगियों के अचानक इंजन से अलग होने के बाद ट्रेन पर सवार यात्रियों के बीच हड़कंप मच गया था।