बिहार में अवैध बालू खनन के खिलाफ सरकार सख्त, बोले खनन मंत्री.. नहीं बख्शे जाएंगे अवैध कारोबारी

बिहार में अवैध बालू खनन के खिलाफ सरकार सख्त, बोले खनन मंत्री.. नहीं बख्शे जाएंगे अवैध कारोबारी

PATNA : बिहार में अवैध बालू खनन के खिलाफ प्रशासन ने सख्त कार्रवाई किया है. खनन एवं भूतत्व मंत्री जनक राम ने आज शुक्रवार को बताया कि जनवरी से जून तक 4780 प्राथमिकी दर्ज की गई है. सबसे अधिक 1029 एफआईआर सारण जिले में हुए हैं. दूसरे नंबर पर रोहतास में 981 एफआईआर हुए हैं. वहीं, 97 पोकलेन, 45 जेसीबी, 149 हाइवा, 2143 और 5880 ट्रक्टर जब्त किये हैं. साथ ही उन्होंने तेजस्वी यादव के द्वारा द्रौपदी मुर्मू पर दिए गये बयान पर कहा कि मुझे लगता है कि कही ना कही शिक्षा के आभाव होने के कारण उन्होंने इस तरह के बयान दिए थे. 


मंत्री जनक राम ने कहा कि जब से मुझे खनन एवं भूतत्व विभाग की जिम्मेदारी संभाली मिली, तब से विभाग में कई कार्य किये गये हैं. पहले खनीज विकास पदाधिकारी के पद रिक्त थे, कई पदाधिकारियों पर एक से अधिक जिले की जिम्मेदारी दी. लेकिन, हमने तत्काल 20 खनीज विकास पदाधिकारी की नियुक्ति की. आज ख़ुशी की बात है कि BPSC के द्वारा 92 माइनिंग इंस्पेक्टर के पदों पर रिजल्ट घोषित किया गया है. जल्द ही सभी अधिकारी अपने-अपने जिलों में नियुक्त हो जाएंगे. उस सभी अधिकारीयों को मेरी सुभकामनाये हैं. 


जनक राम ने कहा कि अवैध खनन को रोकने के लिए सरकार द्वारा लगातार कदम उठाए जा रहे हैं. जनवरी से जून तक अवैध बालू खनन के खिलाफ 4780 प्राथमिकी दर्ज की गई है. सबसे अधिक 1029 एफआईआर सारण जिले में हुए हैं. दूसरे नंबर पर रोहतास में 981 एफआईआर हुए हैं. वहीं, गया में 650, औरंगाबाद में 328 और पटना में 260 एफआईआर दर्ज किये गये हैं. रोहतास में 25 लाख 70 हजार 621 सीएफटी, सारण में 16 लाख 32 हजार 265 सीएफटी, गया में 17 लाख 25 हजार 574 सीएफटी, औरंगाबाद में 6 लाख 78 हजार 675 सीएफटी और भोजपुर में 3 लाख 43 हजार 225 सीएफटी अवैध बालू बरामत किया है. जनवरी से जून तक 97 पोकलेन, 45 जेसीबी, 149 हाइवा, 2143 और 5880 ट्रक्टर जब्त किये हैं.


खनन एवं भूतत्व मंत्री ने कहा कि तेजस्वी यादव के द्वारा द्रौपदी मुर्मू पर दिए गये बयान पर कहा कि मुझे लगता है कि कही ना कही शिक्षा के आभाव होने के कारण उन्होंने इस तरह के बयान दिए थे. आज द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति का चुनाव जीत चुकी हैं. सभी नेताओं ने अपनी अंतर आत्मा की आवाज सुनकर उन्हें वोट दिया है. इसका स्वागत करना चाहिए. आरजेडी बड़ी-बड़ी बात करती है लेकिन अमल नहीं करती है. गांधी जी, नोहिया, अम्बेडकर और जयप्रकाश नारायण की बात करने वाली पार्टी सिर्फ अपने परिवार का भला करना चाहती है. यदि विपक्षी पार्टी परिवारवाद की राजनीति से बहार नहीं निकली तो समाप्त हो जाएगी.