PATNA : छोटे बच्चों को सही पोषण देने के लिए चल रही आंगनबाड़ी योजना में बिहार में लूट-खसोट जगजाहिर है. ऐसे में आंगनबाडी केंद्र चलाने वाली सेविका और सहायिका की नियुक्ति के लिए लाखों की बोली लग रही थी. लेकिन अब उनकी बहाली में खेल नहीं होगा. मंगलवार को राज्य कैबिनेट ने आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका की नियुक्ति के लिए नयी नियमावली को मंजूरी दे दी. इससे पैसे का खेल खत्म होने की उम्मीद जतायी जा रही है.
आंगनबाडी की नयी नियुक्ति नियमावली
राज्य कैबिनेट ने आंगनबाडी सेविका-सहायिका चयन मार्गदर्शिका 2022 को मंजूरी दी है. इसमें राज्य सरकार ने आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं की नियुक्ति के लिए योग्यता से लेकर सारी प्रक्रिया को ही बदल दिया है. पहले आंगनबाडी सेविका के लिए न्यूनतम योग्यता मैट्रिक पास थी. सरकार ने इसे बढ़ा कर इंटरमीडिएट कर दिया है. यानि 12वीं पास महिला ही आंगनबाडी सेविका बन पायेगी. वहीं आंगनबाड़ी सेविका के लिए न्यूनतम योग्यता पहले 8वीं पास था. लेकिन इसे बढ़ा कर मैट्रिक कर दिया गया है. इसके अलावा बहाली की सारी प्रक्रिया ही बदल दी गयी है ताकि घूसखोरी पर लगाम लग सके. देखिये अब कैसे होगी आंगनबाडी सेविका और सहायिका की बहाली.
आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के चयन के लिए हर जिले में विज्ञापन निकाले जायेंगे.
अभ्यर्थियों को चयन के लिए ऑनलाइन आवेदन देना होगा.
हर जिले में DDC की अध्यक्षता में कमेटी का गठन होगा, जो आवेदनों की जांच करेगा.
आवेदनों के आधार पर मेधा सूची बनेगी. सबसे ज्यादा योग्यता वाली महिला को सबसे पहले मौका दिया जायेगा.
अगर दो अभ्यर्थियों की समान योग्यता होगी तो उनमें जिसे ज्यादा मार्क्स आये होंगे उसका चयन होगा.
मेधा सूची को तैयार करने के बाद उसे सार्वजनिक किया जायेगा. अगर किसी को आपत्ति होगी तो उसे शिकायत करने का मौका दिया जायेगा.
आपत्तियां दूर कर फाइनल सूची बनेगी और उस आधार पर पंचायत की आमसभा में चयनित महिला को नियुक्ति पत्र दिया जायेगा.
आवेदन के लिए न्यूनतम उम्र 18 साल और अधिकतम उम्र 35 साल होगी.
किसी वार्ड के आंगनबाडी केंद्र में उसी वार्ड में रहने वाली महिला का चयन होगा. इसके लिएसक्षम पदाधिकारी से आवासीय प्रमाण पत्र भी लेना होगा.