PATNA : कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच लोगों को अपने घऱ के बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर भी ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. बिहार में पिछले 48 घंटे में 80 छात्र कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. चिंता की बात ये है कि इनमें से ज्यादातर की उम्र 14 साल से कम है.
राज्य सरकार से मिले आंकडों के मुताबिक शनिवार को 60 छात्र कोरोना प़ॉजिटिव पाये गये हैं. वहीं रविवार को 20 औऱ छात्र कोरोना पॉजिटिव पाये गये. कोरोना पॉजिटिव पाये गये ज्यादातर छात्र राजधानी पटना के रहने वाले हैं. सरकार ने जांच में उनके पॉजिटिव पाये जाने के बाद उन्हें होम क्वारंटीन कर दिया है. उनके इलाज पर भी नजर रखी जा रही है. पटना के कंकड़बाग, पत्रकारनगर, गर्दनीबाग. अनिसाबाद, बोरिंग रोड, अशोक राजपथ, राजा बाजार औऱ राजीव नगर जैसे इलाके में बडी संख्या में छात्र कोरोना पॉजिटिव निकले हैं.
हालांकि राज्य सरकार ने बिहार के तमाम शिक्षण संस्थानों को 11 अप्रैल तक बंद रखने का निर्देश दे दिया है. लेकिन निजी कोचिंग संचालक औऱ प्राइवेट स्कूल संचालक इसका विरोध कर रहे हैं. दरअसल कोचिंग औऱ स्कूल संचालकों को कमाई जाने का डर सता रहा है. आज सासाराम में कोचिंग संचालकों ने जमकर उत्पात मचवाया है.
पटना बन रहा कोरोना का केंद्र
राज्य सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक बिहार के 38 जिलों में 864 नये कोरोना केस पाये गये हैं. पटना की सिविल सर्जन विभा कुमारी ने बताया कि जिले में 103 माइक्रो कनटेनमेंट जोन बनाया गया है और 75 मेडिकल टीमों को तैनात कर दिया गया है. पटना में एक दिन में 372 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाये गये. सिविल सर्जन ने बताया कि पटना के दो अपार्टमेंट को भी कंटेनमेंट जोन घोषित कर बैरैकेटिंग कर दी गयी है. कंकड़बाग और श्रीकृष्णापुरी के इन अपार्टमेंट में एक साथ 6 और 8 लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं.
सिविल सर्जन ने बताया कि कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर हर तरीके का एहतियात बरता जा रहा है. उधर पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने आज कई निजी अस्पतालों का निरीक्षण कर वहां कोरोना के इलाज के प्रबंध का जायजा लिया. दरअसल नीतीश कुमार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर निजी अस्पतालों में भी इलाज की व्यवस्था करने को कहा है. उसके बाद तैयारी की जा रही है.