बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने दी कड़ी चेतावनी, हड़ताली शिक्षकों के साथ दमनकारी नीति तुरंत बंद करे सरकार

बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने दी कड़ी चेतावनी, हड़ताली शिक्षकों के साथ दमनकारी नीति तुरंत बंद करे सरकार

PATNA :बिहार के हड़ताली शिक्षकों ने सरकार को कड़े शब्दों में चेतावनी दे दी है। बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि सरकार  अपनी दमनकारी नीति को तत्काल बंद करें और संघ के साथ समझौता पूर्वक वार्ता की पहल करे। संघ के अध्यक्ष केदार पांडेय और महासचिव शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि सरकार शिक्षकों को हल्के में न ले। उन्होनें कहा कि शांति पूर्ण और अहिंसक तरीके से हमारा विरोध जारी रहेगा।


संघ के अध्यक्ष डॉ केदार पांडेय ने कहा कि माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों ने बहुत पहले ही हड़ताल की सूचना सरकार को दे दी थी । इसके बावजूद सरकार ने शिक्षकों की समस्या पर ध्यान देने के बजाए अड़ियल रवैया अपनाते हुए मैट्रिक-इंटर की परीक्षा आयोजित की। और अब जब मूल्यांकन की बारी आयी है तो शिक्षकों की हड़ताल से सरकार के पसीने छूट रहे हैं। सरकार शिक्षकों पर दमनात्मक कार्रवाई कर रही है।


संघ के अध्यक्ष ने कहा कि सरकार चाहे जितना भी दमन की कोशिश कर लें सूबे के शिक्षक पीछे हटने वाले नहीं हैं । हमारा हड़ताल शांतिपूर्ण और अहिंसक तरीके से तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मान लेती। उन्होनें कहा कि सरकार को शिक्षकों के साथ वार्ता कर के समस्या का हल निकालना चाहिए। उन्होनें एलान किया कि चार तारीख को शिक्षक दमनकारी विरोध दिवस मनाएंगे।


संघ के महासचिव शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि सरकार हमसे उलझने की कोशिश न करें। हम हक की कोई नयी लड़ाई नहीं लड़ रहें। उन्होनें कहा कि हमारे नये साथियों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। क्रांति की धधक रही ज्वाला में ही आप तप कर कुंदन बनेंगे। सरकार की कार्रवाई का हम कड़ा विरोध करते हैं और अंतिम दम तक अपनी लड़ाई लड़ते रहेंगे। सरकार अगर शिक्षकों को कमजोर समझती है तो वह उसकी भूल है। सरकार अब भी चेत जाए और दमनकारी नीति अपनाने के बजाए शिक्षकों के साथ बैठ कर बात करें तो बेहतर होगा अन्यथा हमारा आंदोलन चलता रहेगा।