PATNA : नीतीश सरकार ने तीसरी बार तुगलकी फरमान जारी किया है। मैं कहना चाहता हूं कि जिस तरह से हिंदुओं की छुट्टियों को शिवरात्रि जैसे महापर्व जन्माष्टमी जैसा महापूर्व की छुट्टियों को काट दिया गया है और ईद बकरीद की छुट्टी जो मुसलमान को दी जाती है उसकी संख्या बढ़ा दी गई है। इससे साफ मालूम चलता है कि नीतीश सरकार बिहार में इस्लामी धर्म के आधार पर काम कर रही है। यह बातें बेगूसराय सांसद और केंद्रीय गृहमंत्री गिरिराज सिंह ने कही है।
दरअसल, बिहार सरकार ने सोमवार की शाम सूबे के सरकारी स्कूलों में अगले साल होने वाली छुट्टियों की सूची जारी कर दिया। शिक्षा विभाग ने इसका नोटिफिकेशन निकाला है। इसमें लिखा है-शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत बाध्यता है कि प्रारंभिक विद्यालयों में कम से कम 220 दिन की पढ़ाई हो। इसे विशेष तौर पर ध्यान में रखकर 2024 के लिए स्कूलों में छुट्टी घोषित की जा रही है। लेकिन, बिहार सरकार ने अपने स्कूलों में बच्चों को कम से कम 220 दिन पढ़ाने के लिए ईद और बकरीद की छुट्टी बढ़ा दी। जबकि हिंदुओं की छुट्टी को कम कर दिया है। इसके बाद इसको लेकर भाजपा काफी हमलावर हो गई।
ऐसे में इस आदेश को लेकर निरिराज सिंह ने कहा कि- नीतीश सरकार बिहार को इस्लामिक धर्म के आधार पर काम करने को मजबूर कर रहे हैं। जिसे सहज स्वीकार भी नहीं किया जा सकता है। यह कहीं से भी उचित नहीं है। जिस तरह से हिंदुओं की छुट्टियों को शिवरात्रि जैसे महापर्व जन्माष्टमी जैसा महापूर्व की छुट्टियों को काट दिया गया है और ईद बकरीद की छुट्टी जो मुसलमान को दी जाती है। यह उचित नहीं है।
इसके आलावा गिरिराज सिंह ने यह भी कहा कि बिहार के कटिहार, पूर्णिया, अररिया और किशनगंज जैसे जगहों पर शुक्रवार को स्कूलों में छुट्टी रहती है। मुझे तो ऐसा लगता है कि पूरे बिहार में इस्लामिक स्टेट की तरह शुक्रवार को ही छुट्टी देने की योजना बनाई जा रही है। यह सरकार जिस तरह से हमारे छुट्टियों को काटने का काम किया है यदि इसे वापस नहीं लिया जाता है तो फिर इसका खामियाजा नीतीश कुमार को देना होगा। यह नीतीश कुमार नहीं कहलायेंगे बल्कि मोहम्मद लालू यादव और मोहम्मद नीतीश कुमार कहलाएंगे।
आपको बताते चलें कि, बिहार सरकार ने अपने स्कूलों में बच्चों को कम से कम 220 दिन पढ़ाने के लिए ईद और बकरीद की छुट्टी बढ़ा दी। ईद और बकरीद पर पहले दो दिनों की छुट्टी होती थी। 2024 में दोनों पर्वों पर स्कूल तीन-तीन दिन बंद रहेंगे। वहीं, गर्मी की छुट्टी को दस दिन बढ़ा दिया। पहले 20 दिन छुट्टी होती थी, अगले साल 30 दिन की गर्मी छुट्टी होगी। मुहर्रम पर दो दिनों की छुट्टी होगी. लेकिन जन्माष्टमी, महाशिवरात्रि, राम नवमी, सरस्वती पूजा, राखी, तीज और जीतिया पर सरकारी स्कूल खुले रहेंगे। जबकि जन्माष्टमी, महाशिवरात्रि, रामनवमी जैसे पर्व पर केंद्र सरकार के कार्यालय, बैंक के साथ साथ बिहार सरकार के ऑफिस बंद रहेंगे. लेकिन सरकारी स्कूलों में शिक्षकों को आना पड़ेगा।