PATNA : बिहार की एक महिला IAS अफसर को मर्डर की धमकी मिली है. भारतीय प्रशासनिक सेवा की इस महिला अधिकारी को जान से मारने की धमकी या उखाड़ फेंकने की धमकी किसी और ने नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी के एक बड़े नेता ने दी है. भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य ने महिला अफसर को कहा है कि एसडीएम अपने आप को हिटलर समझ रही हैं, उन्हें ट्रैक्टर के नीचे रौंद देंगे.
पूर्व मुख्यमंत्री के भाई ने दी धमकी
मामला झारखंड जिले के गिरिडीह का है. जहां पूर्व मुख्यमंत्री सह बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी के भाई नुनूलाल मरांडी ने गिरिडीह की एसडीएम प्रेरणा दीक्षित को जान से मारने की धमकी दी. भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी प्रेरणा दीक्षित बिहार के समस्तीपुर जिले की रहने वाली हैं. दरअसल बालू घाटों की नीलामी को लेकर गिरिडीह में 8 दिसंबर को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन का कार्यक्रम है, जिसमें बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी, सांसद, विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक शामिल होंगे. इस प्रदर्शन के लिए एसडीएम प्रेरणा दीक्षित से अनुमति मांगी गई थी, जिसे मना कर दिया.
भाजपा नेता ने क्या कहा
एसडीएम प्रेरणा दीक्षित की ओर से अनुमति नहीं मिलने से नाराज भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य नुनूलाल ने शुक्रवार की शाम को कहा था कि एसडीएम प्रेरणा दीक्षित अपने आप को हिटलर समझ रही हैं. वह ज्यादा हिटलर बनने की कोशिश न करें. भाजपा की सरकार बनने पर उन्हें ऐसे उखाड़ क्र फेंक दिया जाएगा कि उनका पता भी नहीं चलेगा. नुनूलाल यहीं नहीं रूके, उन्होंने यहां तक कहा कि प्रेरणा दीक्षित में यदि दम है तो आठ दिसंबर के प्रदर्शन में शामिल होने वाले ट्रैक्टर को रोक कर दिखाएं अगर एसडीएम ने प्रदर्शन रोकने की कोशिश की तो उन्हें भी ट्रैक्टर में बांधकर घसीट दिया जाएगा.
समस्तीपुर की हैं IAS प्रेरणा दीक्षित
जिस आईएएस अफसर को धमकी मिली है, वह मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिले की रहने वाली हैं. प्रेरणा दीक्षित ने साल 2017 में यूपीएससी की परीक्षा में ऑल इंडिया में 57वां रैंक हासिल किया था, जिसके बाद इनकी काफी प्रशंसा हुई थी. आईएएस बनने वाली प्रेरणा तीन साल तक डीएफओ यानि वन पदाधिकारी के पद पर भी पोस्टेड थीं.
पटना से की पढाई
समस्तीपुर के एक शिक्षक दम्पति की बेटी प्रेरणा दीक्षित पटना में पढाई करती थीं. शहर के होली मिशन स्कूल से दसवीं की परीक्षा पास करने के बाद इन्होंने राजधानी पटना के सेंट्रल स्कूल से प्लस टू की परीक्षा पास की. इसके बाद उन्होंने भेल्लौर से बायोटेक की पढ़ाई की, फिर एनआईटी राउरकेला से एमटेक की डिग्री हासिल की. इसी दौरान प्रेरणा को टीसीएस और एचसीएल से ऑफर भी मिले, लेकिन उन्होंने लाखों का पैकेज छोड़ कर सिविल सेवा में जाने का फैसला लिया. दीक्षित ने पढ़ाई के बाद इंडियन फॉरेस्ट सर्विसेज की परीक्षा दी और पहली बार में ही 16वां रैंक हासिल कर सफलता प्राप्त किया.
बैचमेट से की शादी
आईएएस अधिकारी प्रेरणा दीक्षित ने पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने शादी कर कर ली थी. उनके पति का नाम लक्ष्मण है जो इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान उनके बैचमेट भी थे. उन्होंने शादी के बाद न केवल मानसिक रूप से सपोर्ट किया बल्कि पढ़ाई में मदद कर मेंटोर भी बने रहे.