NAWADA: बिहार सरकार की एक जांच चौकी पर 6 महीने तक 30 लाख की शराब पड़ी रही. 250 कार्टन शराब. पुलिस, आबकारी विभाग या सरकार के किसी दूसरे तंत्र को इसकी भनक तक नहीं लगी. शराब का तस्कर आरान से जांच चौकी से निकल भी गया. उधर सरकारी तंत्र द्वारा कोशिश ये की जा रही थी कि शराब तस्कर के पास उसका माल पहुंच जाता. वह तो शराब तस्कर ही समय पर नहीं पहुंचा और फिर आज उसका राज खुला.
शराब लदे कंटेनर को टैक्स के लिए जब्त किया
मामला बिहार झारखंड बार्डर पर रजौली समेकित जांच चौकी का है. यहां बिहार पुलिस, आबकारी विभाग और सेल्स टैक्स के अधिकारी 24 घंटे तैनात रहते हैं. इसी साल 16 मार्च को सेल्स टैक्स के अधिकारियों ने झारखंड से आ रहे एक कंटेनर को पकड़ा औऱ उससे टैक्स से संबंधित कागजात मांगे. कंटेनर का ड्राइवर कागजात नहीं दिखा पाया तो सेल्स टैक्स विभाग के अधिकारियों ने उस कंटेनर को जब्त कर लिया. सेल्स टैक्स अधिकारियों ने ड्राइवर को कागज लाने को बोला और उसे छोड़ दिया. ड्राइवर वहां से निकल गया.
तस्कर को शराब सौंपने की थी तैयारी
दिलचस्प बात ये है कि उस कंटेनर को उसके मालिक को सौंपने की सरकारी अधिकारियों ने पूरी कोशिश की. सेल्स टैक्स विभाग ने कंटेनर के मालिक को नोटिस भेजा कि वह वाहन का सही कागजात दिखाये और कंटेनर ले जाये. वाहन मालिक ने कोई जवाब नहीं दिया. 6 महीने तक कंटेनर वहीं पड़ा रहा. आखिरकार सेल्स टैक्स अधिकारियों ने डीएम को मामले की जानकारी दी. डीएम ने अनुमति दी तो कंटेनर को खोलने की कवायद शुरू की गयी. सेल्स टैक्स कमिश्नर ने डीएम के आदेश पर विभाग के दूसरे अधिकारियों के साथ कंटेनर के पीछे लगा ताला तोड़ा.
अधिकारियों के होश उड़े
कंटेनर के खुलते ही सेल्स टैक्स अधिकारियों के होश उड़ गये. बन्द कंटेनर में विदेशी शराब भरा था. छह महीने से शराब से भरा कंटेनर जांच चौकी पर लगा था औऱ किसी को इसकी खबर नहीं थी. सेल्स टैक्स अधिकारियों ने उत्पाद विभाग औऱ पुलिस को मामले की जानकारी दी. उत्पाद विभाग ने कंटेनर के अंदर रखे गये 250 कार्टन विदेशी शराब बरामद कर लिया है. नवादा के उत्पाद अधीक्षक अनिल कुमार आजाद ने बताया कि के 16 मार्च को जब्त कंटेनर से180 एमएल का 50 कार्टन, 375 एमएल का 125 एवं 750 एमएल का 75 कार्टन शराब बरामद किया गया. जब्त शराब की कुल मात्रा 2232 लीटर है. उत्पाद अधीक्षक ने कहा कि गाड़ी मालिक और वाहन चालक के खिलाफ मुकदमा किया गया है. संभावना है कि उनकी छानबीन से बडे रैकेट का पर्दाफाश होगा.