BHAGALPUR: किसी यूनिवर्सिटी का सर्वेसर्वा वहां के कुलपति यानि VC होते हैं. VC के साइन से ही यूनिवर्सिटी के सारे कर्मचारियों-अधिकारियों का वेतन निकलता है. लेकिन बिहार के विश्वविद्यालयों में अराजकता का ये आलम है कि VC के वेतन की फाइल गायब हो गयी. नाराज VC ने अपना वेतन लेने मना कर दिया है. वे कह रहे हैं कि अब पूरे मामले की अंदर तक छानबीन करायेंगे. फाइल गायब करने वाले का पता लगायेंगे तभी अपना वेतन उठायेंगे.
भागलपुर यूनिवर्सिटी में हुआ कारनामा
ये कारनामा तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में हुआ है. यूनिवर्सिटी में लगातार वेतन-पेंशन के लिए कर्मियों को परेशान करने की खबरें लगातार आती रही हैं. लेकिन इस बार कुलपति प्रो. जवाहर लाल ही इसके शिकार बन गये हैं. कुलपति का वेतन निर्धारण चार्ट ही गायब हो गया. नाराज होकर कुलपति ने वेतन लेने से इंकार कर दिया है. उन्होंने यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों और शिक्षकों को वेतन और पेंशन देने का आदेश जारी कर दिया है लेकिन अपने वेतन के फाइल पर साइन ही नहीं किया है. कुलपति कह रहे हैं कि वे तभी वेतन लेंगे, जब मामले की जांच कर दोषी को पकड़ लेंगे.
गायब हो गयी वेतन की फाइल
भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जवाहर लाल इस दफे यूनिवर्सिटी से पहली बार वेतन मिलना है. लिहाजा उनके वेतन के लिए पूरी प्रक्रिया की गयी. वेतन की फाइल यूनिवर्सिटी की स्थापना शाखा में तैयार हुई. वहां से फाइल एकाउंट्स, एफओ, कुलसचिव से होते हुए फाइनेंशियल एडवाइजर के पास पहुंची. उसके बाद पूरी फाइल ही गायब हो गई. उसी फाइल में कुलपति का वेतन निर्धारित किया गया था. कुलपति के वेतन की फाइल गायब होने की खबर फैलने के बाद यूनिवर्सिटी में हड़कंप मच गया. ताबडतोड़ वेतन की दूसरी फाइल तैयार की गयी. इस फाइल पर अलग-अलग अधिकारियों का साइन लिया जाने लगा. इसी बीच कुलपति के वेतन की पहली फाइल मिल गयी. लेकिन उसमें कुलपति के वेतन के लिए तैयार किया गया चार्ट गायब था.
इसी बीच कुलपति को अपने वेतन के साथ हो रहे खेल की जानकारी मिल गयी. कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने कहा कि जब उनके वेतन के दस्तावेज फाइल से गायब हो जा रहे हैं तो दूसरे शिक्षकों और कर्मचारियों के साथ क्या होता होगा. उन्होंने वेतन से संबंध रखने वाले हर विभाग से स्पष्टीकरण मांगने का आदेश दिया है. कुलपति ने कहा है कि इस मामले में जिन टेबल से फाइल गुजरी है, उन तमाम लोगों से जवाब मांगा जा रहा है.
भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि उन्हें पहले से भी एकाउंट और पेंशन शाखा की शिकायतें मिली थीं. अब दोनों शाखाओं की समीक्षा होगी. फाइल अटकाने वाले और गायब करने वाले कर्मचारियों और पदाधिकारियों की पहचान की जायेगी और उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. लापरवाह कर्मचारियों का ट्रांसफर भी किया जाएगा. कुलपति ने कहा कि उन्हें एकाउंटस शाखा में कई तरह की गड़बड़ी की शिकायत मिली है, सारे मामले की पूरी जांच होगी. जब तक जांच पूरी नहीं होगी तब तक कुलपति अपना वेतन नहीं लेंगे.