बिहार: गर्भवती पत्नी को CO ने सीढ़ी से दिया धक्का, रीढ़ की हड्‌डी टूटी, पिछले ही साल 20 लाख तिलक लेकर की थी शादी

बिहार: गर्भवती पत्नी को CO ने सीढ़ी से दिया धक्का, रीढ़ की हड्‌डी टूटी, पिछले ही साल 20 लाख तिलक लेकर की थी शादी

PATNA : बिहार के एक सरकारी अधिकारी के ऊपर उनकी गर्भवती पत्नी ने बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने अपने पति के ऊपर मारपीट करने और सीढ़ी से धक्का देने का आरोप लगाया है. पटना के महिला थाना में सरकारी अधिकारी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कराया गया है. पुलिस इस घटना की जांच में जुटी हुई है.


आरोपी प्रखंड कॉपरेटिव अफसर फिलहाल मधुबनी जिले के लखनौर प्रखंड में तैनात हैं, जिनके ऊपर उनकी पत्नी ने केस किया है. बताया जा रहा है कि ये मामला कई दिनों से चला आ रहा है. पिछले ही साल 24 जनवरी 2020 को प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी राकेश कुमार ने पटना के दानापुर इलाके की रहने वाली एक लड़की से शादी की थी. आरोप है कि इस शादी में लड़की के घरवालों ने 20 लाख रुपया कैश, 6 लाख के सोने-चांदी और हीरे की ज्वेलरी दी थी. साथ ही ढ़ाई लाख के कपड़े भी दिए गए थे.


महिला का आरोप है कि शादी के बाद से ही उसे परेशान किया जा रहा है. पति और ससुराल वालों और ज्यादा पैसे की डिमांड कर उसकी पिटाई की. एक दिन ससुराल वालों ने जहर भी दे दिया लेकिन गनीमत रही कि उसकी जान बच गई. मगर उसे हॉस्पिटल में रहना पड़ा. ठीक होने के बाद भी फिर उसकी पिटाई की गई. जब वो अपने पति के पास रहने के लिए मधुबनी गई तो उसे सीढ़ियों से धक्का दे दिया गया. इस घटना में उसकी रीढ़ की हड्‌डी टूट गई. अभी वो प्रेगनेंट भी है.


पीड़ित महिला ने आरोपी अफसर राकेश कुमार के विरुद्ध पटना के महिला थाना में आईपीसी की धारा 323, 498A, 504, 34 और 314 में डाउरी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया है. कांड संख्या 46/2021 दर्ज होने के बाद आरोपी अधिकारी राकेश कुमार ने एंटीसिपेट्री बेल ले लिया. लेकिन पटना के सेशन जज ने 29 सितंबर को ही रिजेक्ट कर दिया है. इसके बावजूद भी पञ्च महीने से आरोपी अधिकारी की गिरफ्तारी नहीं हो रही है.


पटना महिला थाने की थानाध्यक्ष किशोरी सहचरी का कहना है कि मामला दूसरे जिला से जुड़ा है. इस कारण सीधे गिरफ्तार नहीं कर सकते. गिरफ्तारी का वारंट हासिल करने के लिए अप्लाई कर दिया गया है. उधर पीड़ित महिला का कहना है कि थानेदार ने कहा कि पंचायत चुनाव को लेकर इलेक्शन ड्यूटी चल रहा है. इसलिए अभी कुछ नहीं हो सकता है. इस केस का आइओ एएसआई केडी सिंह को बनाया गया है. पीड़िता का आरोप है कि इन्होंने भी इस केस में काफी लापरवाही बरती है.